Jharkhand News : मां के इलाज के लिए पैसा कमाने दिल्ली गयी नाबालिग अब पढ़ेगी, रेस्क्यू कर लायी गयी गुमला
Jharkhand News, Gumla News, गुमला न्यूज (दुर्जय पासवान) : झारखंड के गुमला जिले के घाघरा प्रखंड की नाबालिग को दिल्ली से रेस्क्यू कर रांची लाया गया. इसके बाद उसे गुमला सीडब्ल्यूसी को सौंप दिया गया है. सीडब्ल्यूसी द्वारा नाबालिग को अपने संरक्षण में लेकर बालगृह में रखा गया है. उसने पढ़ने की इच्छा जतायी है. प्रभारी डीसीपीओ वेदप्रकाश तिवारी ने बताया कि स्पॉन्सरशिप योजना से जोड़ते हुए कस्तूरबा गांधी बालिका में आठवीं कक्षा में इसका नामांकन कराया जायेगा.
Jharkhand News, Gumla News, गुमला न्यूज (दुर्जय पासवान) : झारखंड के गुमला जिले के घाघरा प्रखंड की नाबालिग को दिल्ली से रेस्क्यू कर रांची लाया गया. इसके बाद उसे गुमला सीडब्ल्यूसी को सौंप दिया गया है. सीडब्ल्यूसी द्वारा नाबालिग को अपने संरक्षण में लेकर बालगृह में रखा गया है. उसने पढ़ने की इच्छा जतायी है. प्रभारी डीसीपीओ वेदप्रकाश तिवारी ने बताया कि स्पॉन्सरशिप योजना से जोड़ते हुए कस्तूरबा गांधी बालिका में आठवीं कक्षा में इसका नामांकन कराया जायेगा.
नाबालिग बताती है कि उसके पिता की मौत हो गयी थी. मां मजदूरी करती है. उसी से घर चलता है. वह चार बहनें हैं. किसी प्रकार घर चलता है. उसकी मां को सुनायी भी नहीं देता. इस कारण मां के कान का इलाज कराने के लिए पैसे कमाने को लेकर दिल्ली चली गयी थी. उसे रेस्क्यू कर गुमला लाया गया है. अब वह पढ़ना चाहती है.
गुमला की तीन नाबालिग लड़कियां व दो लड़के खूंटी जिले के सहयोग विलेज गृह में हैं. इन पांचों को रेस्क्यू कर गुमला लाने की जगह खूंटी में रखा गया है. प्रभारी डीसीपीओ वेदप्रकाश तिवारी ने बताया कि इन बच्चों को गुमला लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. समाज कल्याण विभाग के निदेशक के संज्ञान में यह मामला है. सभी बच्चों को गुमला लाने के लिए सहयोग विलेज को पत्राचार किया गया है. आज सोमवार को सभी बच्चों को गुमला लाया जायेगा.
गुमला की रोशनी कुमारी डेढ़ साल से दिल्ली में फंसी हुई है. वह अपना घर आना चाहती है, परंतु जिस घर में वह काम करती है. उसे वहां से निकलने नहीं दिया जा रहा है. इस संबंध में धनबाद जिले के समाज सेवी अंकित राजगढ़िया ने बताया कि रांची की महिला भारती देवी ने उसे फोन कर रोशनी के दिल्ली में फंसे होने की जानकारी दी है. जब रोशनी से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो घर मालिक बात करने नहीं दे रहा है. भारती ने कहा कि डेढ़ साल पहले घर की हालत के कारण रोशनी दिल्ली गयी थी, परंतु वह वहीं फंस गयी है. उसके मुक्त कराने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि वह अपने घर आ सके.
Posted By : Guru Swarup Mishra