Jharkhand News, Gumla News गुमला : सड़क खराब होने से गुमला पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ छापामारी अभियान चलाने में परेशानी होती है, क्योंकि सड़क जगह-जगह टूटी हुई है. ऐसे में नक्सलियों द्वारा लैंड माइंस बिछाने का डर बना रहता है. क्योंकि यह क्षेत्र नक्सल प्रभावित है.
सड़क को बनाने के लिए स्वीकृति नहीं मिल रही थी. साथ ही कई प्रकार की अड़चन आ रही थी. क्षेत्र की जनता ने प्रभात खबर के माध्यम से सड़क बनाने की मांग उठायी थी. इसके बाद गुमला विधायक भूषण तिर्की ने सड़क बनाने की मांग सरकार के पास रखी. राज्य सरकार ने सड़क की उपयोगिता को देखते हुए सड़क बनाने की स्वीकृति दे दी है.
रायडीह, चैनपुर व डुमरी की दूरी होगी कम: वर्तमान में करमटोली से लेकर कांसीर तक सड़क नहीं बनने से पांच पंचायत व शहरी क्षेत्र के कुछ हिस्सों के करीब 25 हजार आबादी प्रभावित है. यह सड़क बन जानने से गुमला शहर के करमटोली मुहल्ला, फुलवारटोली, गुमला प्रखंड के तेलगांव पंचायत के कुछ हिस्से, रायडीह प्रखंड के परसा, सिकोई, कांसीर, ऊपरखटंगा पंचायत को लाभ मिलेगा. इसके अलावा रायडीह प्रखंड के इन चार पंचायतों परसा, सिकोई, कांसीर, ऊपरखटंगा की दूरी गुमला से कम हो जायेगी.
इससे 10 से 20 किमी की दूरी कम होगी. वहीं चैनपुर व डुमरी प्रखंड की दूरी भी गुमला से कम हो जायेगी. अभी लोगों को गुमला आने के लिए रायडीह प्रखंड मुख्यालय की सड़कों से होकर गुजरना पड़ता है. कुछ लोग मुश्किलों का सामना करते हुए बांसडीह व करमटोली सड़क से सफर करते हुए गुमला आते-जाते हैं. सड़क बनने से सबसे अधिक फायदा इस क्षेत्र के किसानों को होगा, जो आसानी से गुमला बाजार पहुंच कर साग, सब्जी, धान, चावल बेच सकते हैं.
सड़क खराब होने से गुमला पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ छापामारी अभियान चलाने में परेशानी होती है, क्योंकि सड़क जगह-जगह टूटी हुई है. ऐसे में नक्सलियों द्वारा लैंड माइंस बिछाने का डर बना रहता है. क्योंकि यह क्षेत्र नक्सल प्रभावित है.
इन पंचायतों में नक्सलियों का आवागमन होता रहता है. कई बार नक्सलियों के साथ इन क्षेत्रों में मुठभेड़ हो चुकी है. इसलिए इस क्षेत्र में जब भी पुलिस घुसती है. बड़ी गाड़ी लेकर नहीं जाती है. अगर जाती भी है, तो पूरी तैयारी व भारी सुरक्षा बलों के साथ पुलिस इलाके में घुसती है.
गुमला विधायक भूषण तिर्की ने कहा कि करमटोली, बांसडीह से लेकर कांसीर तक सड़क बनेगी. मुझे जैसे पता चला कि सड़क बनाने के लिए प्रशासनिक स्वीकृति नहीं मिल रही है. इसकी पूरी जानकारी लेने के बाद मैंने सड़क की उपयोगिता को देखते हुए सरकार से सड़क बनाने की मांग की.
इसके बाद सड़क बनाने की स्वीकृति मिल गयी है. विधायक ने कहा कि जनहित के मुद्दे को मैं बराबर सरकार के पास रखता रहा हूं, जिसका यह परिणाम है. सरकार उन मुद्दों को गंभीरता से लेते हुए समस्या दूर करने में लगी हुई है.
सड़क बनने से करमटोली से लेकर कांसीर तक करीब 25 हजार की आबादी को इसका लाभ मिलेगा. क्योंकि वर्तमान समय में सड़क की जो स्थिति है, यहां चलना मुश्किल है. जगह-जगह गड्ढे हैं, जहां संभल कर सफर करना पड़ता है, परंतु बहुत जल्द लोगों को खराब सड़क से मुक्ति मिलेगी.
Posted By : Sameer Oraon