Jharkhand News : गुमला में सहिया दीदी से वसूले जा रहे हैं 5-5 हजार रुपये, BDO की जांच में हुई पुष्टि
गुमला के बिशुनुपर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भ्रष्टाचार चरम पर है. इसी कड़ी में सहिया दीदियों से 5-5 हजार रुपये वसूले जाने का मामला सामने आया है. सहिया दीदियों ने कहा कि पहले दो-दो हजार और फिर पांच-पांच हजार रुपये वसूले गये हैं. बीडीओ ने इस घूस लेने संबंधी सहिया दीदियों से पूछताछ भी की है.
Jharkhand news (बसंत कुमार साहू, बिशुनपुर, गुमला) : सरकार गरीब परिवारों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए कई योजनाएं चला रही है. लेकिन, ये योजनाएं भ्रष्टाचार व लूट-खसोट के आगे दम तोड़ रही है. कर्मियों को चढ़ावा नहीं चढ़ाने पर जरूरतमंद लोग योजनाओं के लाभ से वंचित हो रहे हैं. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बिशुनपुर में ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है.
यहां चिकित्सा पदाधिकारी आशुतोष कुमार सिंह व BPM मुकेश मिश्रा की मनमानी चरम पर है. प्रखंड के 68 राजस्व ग्राम में गठित ग्राम स्वास्थ्य समिति के खाते में सरकार द्वारा भेजी गयी 10-10 हजार रुपये की राशि में से 4915 की राशि गलत तरीके से बीटीटी के माध्यम से वसूली दोनों अधिकारियों के निर्देश पर कराया गया.
जिसकी सूचना मिलने के बाद प्रमुख रामप्रसाद बड़ाईक ने प्रखंड स्तर से लेकर राज्य स्तर तक के जवाबदेह अधिकारियों को पत्र के माध्यम से CHC में चल रहे भ्रष्टाचार के खेल से अवगत कराते हुए जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की थी. इस निमित्त बीडीओ छंदा भट्टाचार्य ने प्रखंड कार्यालय सभागार में 68 राजस्व ग्राम के स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष, सहिया एवं सहिया साथी की बैठक बुलाकर समिति से किये जाने वाले तीन लाख 40 हजार की अवैध वसूली की सत्यता की जांच करते हुए आवश्यक पूछताछ की.
इस दौरान करीब सभी समिति के सहिया एवं अध्यक्ष ने कहा कि संबंधित कलस्टर के बीटीटी विरेंद्र उरांव एवं शांतिधारी किंडो के माध्यम से पांच- पांच हजार की राशि नकद ली गयी थी. मामले कि शिकायत होने के बाद अचानक उक्त राशि को हमलोगों को लौटा दिया गया है. साथ ही कहा गया कि उसे अपने पास रखें. हमलोग बाद में उस राशि को ले लेंगे. इससे पूर्व भी हम लोगों से दो-दो हजार कर राशि ली गयी है.
बेचा बकरी एवं संबंधियों से लिया उधार
सीएचसी के आला अधिकारियों के दबाव अपने अधीनस्थ कर्मियों पर इस कदर है कि अगर उनके द्वारा राशि की मांग की जाती है, तो अधीनस्थ कर्मी बिना किसी को कुछ बताये उस राशि के जुगाड़ जहां से भी होकर करने के लिए विवश हो जाते हैं. बैठक में सहियाओं ने बीडीओ को बताया कि पांच हजार की राशि लेने के लिए हमलोगों पर बीटीटी के माध्यम से दबाव बनाया गया. साथ ही कहा गया कि अगर राशि नहीं देने पर आपलोगों पर केस हो जायेगा. हम लोग डर गये. बैंक से पैसा नहीं निकलने की स्थिति में अपनी बकरी बेचकर सहित अपने मायके एवं अपने भाइयों से पैसा उधार मांग कर बीटीटी को दिया था.
मुझे कोई जानकारी नहीं है : BPM
बैठक में मौजूद BPM मुकेश मिश्रा से अधिकारियों ने मामले को लेकर पूछा, तो उन्होंने कहा इस संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है. मेरे द्वारा पैसे की मांग नहीं की गयी. हालांकि, इस दौरान सहियाओं को चुप रहने का इशारा करते बीपीएम दिखे. उक्त बैठक में बीटीटी अनुपस्थित रहें.
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MYC व BPM ने राशि की उगाही करने कहा था : BTT
इस संबंध में BTT विरेंद्र उरांव एवं शांतिधारी किंडो ने कहा कि हमलोग ग्राम स्वास्थ्य समिति से पैसा उगाही करने के लिए 6 जून व 22 जून की मीटिंग में MYC आशुतोष कुमार सिंह एवं BPM मुकेश मिश्रा द्वारा कहा गया था. पैसा उगाही करके हमलोगों ने लिस्ट के साथ मुकेश मिश्रा के पास पैसा जमा किये थे, लेकिन अचानक BPM द्वारा उक्त पैसों को लौटाने की बातें कही गयी, तो हमलोगों ने समिति को पैसा लौटा दिया.
सत्यता की जांच की गयी है : बीडीओ
बीडीओ छंदा भट्टाचार्य ने कहा कि प्रमुख रामप्रसाद बड़ाइक द्वारा समिति की सहिया एवं अध्यक्ष से संबंधित विभाग के BPM व BTT द्वारा पैसा लेने से संबंधित पत्र प्राप्त हुआ था. जिसकी सत्यता की जांच की गयी है. प्राप्त रिपोर्ट जिला को उपलब्ध करायी जायेगी.
कार्रवाई हो वरना होगा आंदोलन : प्रमुख
प्रमुख रामप्रसाद बड़ाइक ने कहा कि भ्रष्टाचार से संबंधित सारे तथ्य सामने हैं. अविलंब जांच कर संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई हो. अन्यथा मामले को लेकर आंदोलन किया जायेगा.
Posted By : Samir Ranjan.