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गुमला के PAE स्टेडियम के जर्जर भवन को तोड़ कर बनेगा रेस्टूरेंट, ग्राउंड में बिछेगा आर्टिफिशियल घास

Jharkhand News, Gumla News : परमवीर अलबर्ट एक्का स्टेडियम- 1 (Paramveer Albert Ekka Stadium - 1) के सुंदरीकरण के अलावा स्टेडियम- 1 और 2 के जर्जर भवन को तोड़कर रेस्टूरेंट या मॉल बनाने की योजना है. स्टेडियम 1 और 2 में दुकान भी बनाया जायेगा. जिसे किराया में लगाया जायेगा. जिससे राजस्व की प्राप्ति होगी और उस राशि से स्टेडियम के विकास के लिए काम किये जायेंगे. स्टेडियम में आर्टिफिशियल घास भी बिछाने की योजना है. जिससे फुटबॉल खिलाड़ियों को अभ्यास करने में किसी प्रकार की परेशानी न हो. आर्टिफिशियल घास बिछाने के लिए प्राक्कलन बनाया जा रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 5, 2021 8:31 PM

Jharkhand News, Gumla News, गुमला (दुर्जय पासवान) : परमवीर अलबर्ट एक्का स्टेडियम- 1 (Paramveer Albert Ekka Stadium – 1) के सुंदरीकरण के अलावा स्टेडियम- 1 और 2 के जर्जर भवन को तोड़कर रेस्टूरेंट या मॉल बनाने की योजना है. स्टेडियम 1 और 2 में दुकान भी बनाया जायेगा. जिसे किराया में लगाया जायेगा. जिससे राजस्व की प्राप्ति होगी और उस राशि से स्टेडियम के विकास के लिए काम किये जायेंगे. स्टेडियम में आर्टिफिशियल घास भी बिछाने की योजना है. जिससे फुटबॉल खिलाड़ियों को अभ्यास करने में किसी प्रकार की परेशानी न हो. आर्टिफिशियल घास बिछाने के लिए प्राक्कलन बनाया जा रहा है.

स्टेडियम के विकास के लिए एक बृहत योजना स्टेडियम प्रबंधन समिति गुमला द्वारा बनाया गया है. वर्तमान में प्रबंधन समिति के खाते में करीब 8 लाख रुपये है. जिससे स्टेडियम के विकास एवं सुंदरीकरण का काम करने की योजना है. गुमला SDO सह स्टेडियम प्रबंधन समिति के पदेन सचिव रवि आनंद ने कहा है कि स्टेडियम को जितना सुंदर बनाया जा सके. उसके लिए विशेष योजना बनायी गयी है. बहुत जल्द इसपर काम भी शुरू किया जायेगा.

गुमला के pae स्टेडियम के जर्जर भवन को तोड़ कर बनेगा रेस्टूरेंट, ग्राउंड में बिछेगा आर्टिफिशियल घास 2
मात्र 750 रुपये महीने भाड़ा मिलता है

स्टेडियम की दीवार से सटाकर सड़क किनारे दुकान का निर्माण 2004 से किया गया है. इस दौरान अलग-अलग समय पर दुकान बना. वर्तमान में 40 दुकानें हैं. सभी दुकान चालू स्थिति में है और स्टेडियम प्रबंधन समिति को राजस्व मिल रहा है. लेकिन, वर्ष 2004 में जब दुकान के लिए भवन बनाया जा रहा था उस समय खुद किरायेदारों ने 60 हजार रुपये खर्च कर कुछ दुकानों का निर्माण कराया.

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शुरुआती क्षण में भाड़ा 300 से 500 रुपये तय था. अभी वर्तमान में भाड़ा 750 रुपये हो गया है. लेकिन, यहां जिन लोगों को दुकान आवंटित किया गया था. वे लोग दुकान नहीं चलाकर दूसरे लोगों को भाड़ा पर लगा दिये हैं और हजारों रुपये भाड़ा वसूल रहे हैं. इससे सरकारी राजस्व की चोरी हो रही है. इसकी जानकारी SDO रवि आनंद को होने पर उन्होंने इसकी जांच शुरू कर दी है. साथ ही जिन लोगों ने किराया नहीं दिया है. उनकी सूची तैयार की जा रही है. जिससे किराया वसूला जा सके.

3 मंजिला एवं 10 नयी दुकानें बनेगी

PAE स्टेडियम के दीवार से सटाकर 3 मंजिला भवन के निर्माण कराने की योजना है. साथ ही 10 नयी दुकानों का भी निर्माण होगी. हॉल एवं दुकान बनाने के लिए जिला परिषद, गुमला के कार्यपालक अभियंता को प्राक्कलन बनाने का निर्देश SDO द्वारा दिया गया है. जब हॉल एवं दुकान बन जायेगी, तो इसे नीलामी के माध्यम से आवंटित की जायेगी. जिससे राजस्व की प्राप्ति स्टेडियम प्रबंधन समिति को हो सके. नीलामी की सभी प्रक्रिया डीसी के अनुमोदन के बाद एसडीओ की देखरेख में होगा. वहीं, पार्ट 2 की दुकानें व पार्ट 2 के प्रवेश द्वारा के समीप कंडम घोषित भवन को तोड़ा जायेगा. इसके बाद उस स्थान पर दुकान, मॉल या रेस्टूरेंट बनाया जायेगा.

12 दुकानें समिति के अधीन होगी

स्टेडियम के पूरब दिशा में 12 दुकानें बनी हुई है. ये दुकानें फिलहाल नगर परिषद, गुमला के जिम्मे में है. लेकिन, अब ये दुकानें स्टेडियम प्रबंधन समिति के अधीन होगी. साथ ही SDO ने नगर परिषद से कहा है कि सभी दुकानों के किराया की स्थिति सहित सूची उपलब्ध कराये. वहीं, स्टेडियम की देखरेख के लिए एक केयर टेकर भी रखा गया है. जिसे स्टेडियम प्रबंधन समिति द्वारा 9 हजार रुपये महीने मानदेय दिया जायेगा.

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स्टेडियम के ग्राउंड में मिट्टी कड़ा व मजबूत है. इससे खिलाड़ियों के गिरने पर चोट लगती है. जगह-जगह पर पत्थर का डस्ट गिराया गया है. उससे भी खिलाड़ियों को अभ्यास करने में परेशानी हो रही है. इसके अलावा स्टेडियम के अंदर में ही जिला परिवहन विभाग द्वारा ड्राइविंग की जांच की जाती है. जिससे स्टेडियम की स्थिति ठीक नहीं है. स्टेडियम में 4 पहिया वाहन व बाइक चलने से उड़ते धूलकण से परेशानी होती है. वहीं, स्टेडियम में शौचालय बना है, लेकिन अक्सर बंद रहता है. इसका उपयोग नहीं हो रहा है.

स्टेडियम के कुछ हिस्से में बेकार भवन है. पानी की उचित व्यवस्था नहीं है, जबकि डीप बोरिंग किया गया है. स्टेडियम के गोलपोस्ट को महीनों पहले उखाड़ दिया गया है, लेकिन इसे अभी तक निर्धारित स्थल पर नहीं लगाया गया है. जिससे खिलाड़ियों को खेल का अभ्यास करने में परेशानी होती है. स्टेडियम में मानक के अनुरूप ट्रैक नहीं बना है. जिस कारण एथलेटिक्स खिलाड़ियों को दौड़ का अभ्यास करने में परेशानी होती है, जबकि गुमला के कई खिलाड़ी बेहतर एथलीट हैं. जिन्हें बेहतर अभ्यास की जरूरत है.

Posted By : Samir Ranjan.

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