jharkhand news, gumla news गुमला : तमिलनाडु में बंधक बने गुमला के छह मजदूरों को प्रशासन ने मुक्त करा लिया है. अभी सभी छह मजदूर तमिलनाडु के नामाकल जिला के पुलिस के संरक्षण में है. वहीं तीन मजदूर अभी भी गायब हैं. लेकिन नामाकल पुलिस के दबाव के बाद ठेकेदार ने तीनों मजदूरों को बेंगलुरु में भेजे जाने की जानकारी दी है.
पुलिस उन तीनों मजदूरों को भी बरामद करने में लगी है. नामाकल जिला की पुलिस के अनुसार, सभी मजदूर सकुशल हैं. 13 फरवरी को सभी को बस से झारखंड के गुमला जिला में भेजा जायेगा. 14 फरवरी तक सभी मजदूर अपने गांव पहुंच जायेंगे. ठेकेदार के चंगुल से मुक्त होने के बाद सभी मजदूर खुश हैं और डर के साये से निकल गये हैं. इधर, परिजनों को जैसे ही अपने बच्चों के मुक्त होने की जानकारी मिली, वे लोग भी खुश हैं. परिजनों ने प्रभात खबर के प्रति आभार प्रकट किया है.
नामाकल की पुलिस ने बताया कि छह मजदूरों को नामाकल जिला के पारामति बैलोर में रखा गया था. जिस ठेकेदार ने बंधक बनाया था, पुलिस के पहुंचने के बाद वह फरार है. ठेकेदार की तलाश की जा रही है. वहीं बंधक से मुक्त हुए मजदूर मंगलदेव उरांव ने फोन पर प्रभात खबर को बताया कि पुलिस ने छह मजदूरों को मुक्त करा लिया है
प्रभात खबर में समाचार छपते ही झारखंड सरकार के लेबर कमिश्नर सक्रिय हो गये. उन्होंने गुमला के श्रम अधीक्षक एतवारी महतो को मजदूरों के गांव खोरा पतराटोली भेजा. श्री महतो शुक्रवार की सुबह गांव पहुंचे. मजदूर के परिजनों से बात की. मजदूरों के तमिलनाडु जाने व निबंधन हुआ है या नहीं, इसकी जानकारी ली. परिजनों से पूछताछ के बाद श्री महतो ने पूरी जानकारी लेबर कमिश्नर झारखंड सरकार को व्हाटसअप पर दी.
इसके बाद लेबर कमिश्नर ने तमिलनाडु के लेबर कमिश्नर से संपर्क किया. इधर, मजदूरों के बंधक होने की सूचना प्रभात खबर ने गुमला के एसपी एचपी जनार्दनन को दी. इसके बाद गुमला एसपी ने तमिलनाडु पुलिस से संपर्क किया. मजदूरों के बंधक होने की जानकारी देते हुए एक मजदूर मंगलदेव उरांव का मोबाइल नंबर तमिलनाडु पुलिस को दिया गया. इसके बाद तमिलनाडु पुलिस शुक्रवार को मजदूर का मोबाइल नंबर ट्रेस कर मजदूरों तक पहुंची और सभी मजदूरों को मुक्त कराया.
Posted By : Sameer Oraon