खाड़ी देशों के लोग खायेंगे झारखंड की सब्जी, आज भेजी गयी सब्जियों की पहली खेप
झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने आज रांची से हरी सब्जियों की खेप को हरी झंडी दिखाकर कोलकाता के लिए रवाना किया. कृषि मंत्री बादल पत्रलेख के मुताबिक यह सब्जियां कोलकाता होते हुए हवाई मार्ग से दुबई भेजी जायेगी. सभी सब्जियां झारखंड के किसानों द्वारा उगायी गयी है. इस तरह से राज्य के किसानो को अपनी सब्जियों को बेचने के लिए एक बेहतर विकल्प मिलेगा, साथ ही झारखंड के सब्जियों की पहचान अतंरराष्ट्रीय स्तर पर बनेगी.
रांची : झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने आज रांची से हरी सब्जियों की खेप को हरी झंडी दिखाकर कोलकाता के लिए रवाना किया. कृषि मंत्री बादल पत्रलेख के मुताबिक यह सब्जियां कोलकाता होते हुए हवाई मार्ग से दुबई भेजी जायेगी. सभी सब्जियां झारखंड के किसानों द्वारा उगायी गयी है. इस तरह से राज्य के किसानो को अपनी सब्जियों को बेचने के लिए एक बेहतर विकल्प मिलेगा, साथ ही झारखंड के सब्जियों की पहचान अतंरराष्ट्रीय स्तर पर बनेगी.
इससे पहले कल कृषि मंत्री ने कहा था कि अगर राज्य से सब्जी विदेशों में भेजी जायेंगी तो किसानों को सब्जियों के अच्छे दाम मिलेंगे और किसान आत्मनिर्भर बनेंगे. झारखंड से पहले चरण में सब्जियां दुबई, ओमान, कुवैत और सउदी अरब भेजी जायेगी. इसके लिए दो मीट्रिक टन सब्जियों की पैकिंग कर ली गयी है. आज कोलकाता से कारगो से विदेश भेजा जायेगा. रांची और जमशेदपुर के करीब 500 किसानों को इसका लाभ मिलेगा.
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झारखंड से दूसरे चरण में हजारीबाग, रामगढ़ और गुमला के किसानों की सब्जियों को विदेश भेजने की तैयारी है. इन तीनों जिलों में सब्जियों का उत्पादन महिला समूह द्वारा किया जा रहा है. इसके बाद राज्य के अन्य जिलों के किसानों को इससे जोड़ा जायेगा, ताकि उन्हें भी इसका लाभ मिल सके और वे आत्मनिर्भर बन सकें.
झारखंड से भिंडी, करेला, मूंगा सूटी, कद्दू, खीरा, फ्रेंचबीन, कटहल, झींगा, बरबट्टी बोदी को विदेश भेजा जा रहा है. इसकी तैयारी पूरी कर ली गयी है.
कृषि मंत्री बादल पत्रलेख बताते हैं कि झारखंड के किसानों की पहचान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बने. इसकी कोशिश की जा रही है. इसी क्रम में ये प्रयास है कि झारखंड की सब्जियां विदेशों में जायें. इससे किसानों की आय तीन गुनी तक बढ़ेगी और वे आत्मनिर्भर बन सकेंगे.
Posted By: Pawan Singh