Jharkhand News : झारखंड के गुमला जिले के डुमरी प्रखंड स्थित खेतली पंचायत के रतासिली गांव में लकवा (पैरालाइसिस) से दो साल के अंदर एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गयी है, जबकि अभी भी तीन लोग पीड़ित हैं. पीड़ित लोग जड़ी-बूटी से इलाज करा रहे हैं. इनके अलावा गांव में अन्य कई लोग पैरालाइसिस से पीड़ित हैं. ऐसे में ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से गांव में हेल्थ कैंप (स्वास्थ्य शिविर) लगाने की मांग की है, ताकि जांच के बाद उनका इलाज हो सके.
धनरोपनी पूजा की रोटी बनाने के दौरान पैरालाइसिस अटैक
जानकारी के अनुसार गुमला जिले के डुमरी प्रखंड स्थित खेतली पंचायत के रतासिली गांव के भूलन कवर की बहू की मौत बुधवार को दिन में हो गयी है. उस दिन वह धनरोपनी पूजा की रोटी बनाने के लिए चावल पीस रही थी. अचानक लकवा (पैरालाइसिस) बीमारी से ग्रस्त हो गयी. तत्काल उसे परिवार वालों द्वारा पूरे शरीर की तेल मालिश की गयी. उसके बाद उसे इलाज के लिए गुमला ले जाने लगे. इसी क्रम में चैनपुर पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया.
मां-पिता की पैरालाइसिस अटैक से हो चुकी है मौत
गुमला जिले के डुमरी प्रखंड स्थित खेतली पंचायत के रतासिली गांव के भूलन कवर के साथ संजय कवर और विजय कवर भी लकवा से ग्रस्त हैं. दोनों चचेरा भाई हैं. मृतका विजय कवर की पत्नी थी, जबकि लकवा से पीड़ित संजय कवर की मां व पिता दोनों की एक साल पूर्व लकवा बीमारी से ग्रस्त होने के कारण मौत हो गयी थी.
ग्रामीणों ने की स्वास्थ्य शिविर लगाने की मांग
भूलन कवर के परिवार के अलावा गुमला जिले के डुमरी प्रखंड स्थित खेतली पंचायत के रतासिली गांव के अन्य कई लोग लकवा से ग्रसित हैं. ग्रामीणों ने प्रशासन से गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाने व सभी के इलाज का प्रबंध कराने की मांग की है.
रिपोर्ट : दुर्जय पासवान, गुमला