Jharkhand Tourism: गुमला जिला जंगल एवं पहाड़ों से घिरा है. इसकी भौगोलिक बनावट दूसरे जिलों से भिन्न है. नक्सलवाद, पिछड़ेपन एवं पलायन के कारण गुमला को जरूर गरीब जिला कहा गया है, लेकिन देश के मानचित्र में गुमला अपनी एक अलग पहचान रखता है. इसकी वजह, यहां के प्राचीन ऐतिहासिक धरोहर, धार्मिक स्थल एवं पर्यटक स्थल है. यहां की जो बनावट है. हर जगह इतिहास छिपा है. यही वजह है कि गुमला जिले में तीन ऐसे ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थल है, जो राष्ट्रीय महत्व के हैं. जिनमें सिसई प्रखंड के नवरत्न गढ़, डुमरी प्रखंड के टांगीनाथ धाम व गुमला प्रखंड के आंजनधाम है. ये तीनों न गुमला के धरोहर हैं, बल्कि राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर इन तीनों को महत्वपूर्ण धरोहर माना गया है.
19 पर्यटक स्थलों की अनुशंसा
सरकार ने अभी तक सिर्फ सिसई प्रखंड के नवरत्न गढ़ को विश्व धरोहर के रूप में मानते हुए इसे वर्ल्ड हैरिटेज में शामिल किया है. वहीं गुमला जिले में 15 ऐसे स्थल हैं जो राजकीय महत्व के हैं. ये 15 धार्मिक व ऐतिहासिक स्थल भी आज की युवा पीढ़ी को इतिहास की जानकारी देने के लिए काफी है. इधर, गुमला प्रशासन ने एक बार फिर 19 पर्यटक स्थलों की सूची तैयार की है. इसमें हीरादह, सिरासीता सहित 19 पर्यटक स्थलों को राजकीय महत्व का बताते हुए अनुशंसा किया गया है, ताकि इन 19 पर्यटक स्थलों को राजकीय महत्व का पर्यटक स्थल मानते हुए इसके विकास के लिए काम किया जा सके.
पर्यटक स्थल होंगे विकसित
इस संबंध में जिला खेल पदाधिकारी गुमला हेमलता बून ने बताया कि पर्यटक स्थलों को विकसित करने को लेकर पिछले दिनों बैठक हुई थी. जिसमें गुमला जिला के 19 पर्यटक स्थलों की अनुशंसा की गयी है, ताकि इन्हें राजकीय महत्व माना जा सके. हालांकि, इन 19 स्थानों को जिला का प्रमुख पर्यटक स्थल माना जाता है. साथ ही इन पर्यटक स्थलों को कैटेगरी में भी बांटा गया है
Also Read: बारिश नहीं होने से किसान परेशान, भगवान इंद्र को खुश करने ग्रामीण महिलाएं इस तरह घूम रही गांव-गांव
19 पर्यटक स्थलों के कैटेगरी इस प्रकार है
पर्यटक स्थल : राज्य : जिला
शिव मंदिर, महादेव कोना, कामडरा : D : D
बिरसा मुंडा एग्रो पार्क, गुमला : D : D
रॉक गार्डन, गुमला : D : D
पालकोट के पंपापुर, शीतलपुर गुफा, निर्झर झरना, पालकोट पहाड़ शिखर : C : C
घेड़लता गुफा, गोबर सिल्ली, महावीर माड़ा, राकस टंगरा : D : C
पालकोट के सुंदरीघाघ देवगांव : D : D
हीरादह, रायडीह प्रखंड : C : B
नागफेनी अंबाघाघ, सिसई प्रखंड : C : C
देवाकी बाबाधाम, घाघरा : D : D
सिरासीता, डुमरी प्रखंड : C : B
अपरशंख, चैनपुर प्रखंड : D : D
पांच पांडव पहाड़, बिशुनपुर प्रखंड : D : D
रिपोर्ट : दुर्जय पासवान, गुमला.