Jharkhand Weather Forecast : झारखंड में तेज धूप के बाद रांची समेत कई जिलों में बदलेगा मौसम का मिजाज, हल्की बारिश के आसार, मेघ गर्जन के साथ वज्रपात की आशंका, येलो अलर्ट जारी
Jharkhand Weather Forecast, रांची न्यूज : सुबह से तेज धूप और उमस के बाद अब कुछ ही देर बाद झारखंड के कई जिलों में मौसम का मिजाज बदलेगा. तपिश से लोगों को राहत मिलेगी. राजधानी रांची, गढ़वा, सरायेकला खरसावां, गुमला, लातेहार, लोहरदगा, सिमडेगा जिले में मेघ गर्जन के साथ वज्रपात की आशंका है. इस दौरान हल्की बारिश की संभावना है. ऐसी परिस्थिति को देखते हुए मौसम विज्ञान विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है. अगले दो-तीन दिनों के दौरान दिन में तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोत्तरी हो सकती है.
Jharkhand Weather Forecast, रांची न्यूज : सुबह से तेज धूप और उमस के बाद अब कुछ ही देर बाद झारखंड के कई जिलों में मौसम का मिजाज बदलेगा. तपिश से लोगों को राहत मिलेगी. राजधानी रांची, गढ़वा, सरायेकला खरसावां, गुमला, लातेहार, लोहरदगा, सिमडेगा जिले में मेघ गर्जन के साथ वज्रपात की आशंका है. इस दौरान हल्की बारिश की संभावना है. ऐसी परिस्थिति को देखते हुए मौसम विज्ञान विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है. अगले दो-तीन दिनों के दौरान दिन में तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोत्तरी हो सकती है.
झारखंड के दक्षिणी, मध्य एवं उत्तर पूर्वी भागों कहीं-कहीं मेघ गर्जन के साथ वज्रपात की आशंका व्यक्त की गयी है. इस दौरान हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है. मौसम विभाग के अनुसार अगले दो-तीन दिनों के दौरान दिन में तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोत्तरी हो सकती है. इसके बाद अगले दो-तीन दिनों के दौरान तापमान में 4-5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है.
आपको बता दें कि मौसम विभाग के अनुसार राज्य में प्रत्येक वर्ष जून में अच्छी बारिश हुई है. झारखंड में जून के महीने में वर्ष 2012 में 108.5 मिमी, वर्ष 2013 में 360 मिमी, वर्ष 2014 में 175.8 मिमी, वर्ष 2015 में 281.7 मिमी, वर्ष 2016 में 158.2 मिमी, वर्ष 2017 में 172.3 मिमी, वर्ष 2018 में 110.6 मिमी, वर्ष 2019 में 124 मिमी, 2020 में 311.1 मिमी वर्षा हुई थी.
मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है. वैज्ञानिकों ने मौसम खराब होने पर सुरक्षित स्थान पर रहने की अपील की है. खासकर खेत में काम कर रहे किसान भाइयों से अपील की है कि मौसम खराब रहने पर पेड़ के नीचे नहीं रहे. सुरक्षित स्थान पर पहुंच जाएं.
Posted By : Guru Swarup Mishra