Jharkhand Weather Forecast : झारखंड में अगले 3 दिनों तक कैसा रहेगा मौसम, कब होगी भारी बारिश,आज यहां होगी बारिश
मौसम विभाग (Meteorological Department) ने अपने पूर्वानुमान (weather forecast) में बताया है कि 7 अगस्त तक झारखंड के अधिकतर हिस्सों में मेघ गर्जन के साथ बारिश हो सकती है. 6 अगस्त को झारखंड के उत्तर पूर्वी हिस्से में भारी बारिश (heavy rain in jharkhand) हो सकती है.
Jharkhand Weather Forecast, रांची न्यूज : झारखंड के अधिकतर हिस्सों में 7 अगस्त तक बारिश के आसार हैं. मेघ गर्जन के साथ वज्रपात की भी आशंका है. 6 अगस्त को राज्य के उत्तर पूर्वी हिस्से में भारी बारिश (heavy rain in jharkhand) हो सकती है. आज बुधवार को देवघर, दुमका समेत अन्य जिलों में बारिश हो सकती है.
झारखंड के कई जिलों में आज बुधवार को बारिश की संभावना है. मौसम वैज्ञानिकों की मानें, तो राज्य के देवघर, दुमका, जामताड़ा, पूर्वी सिंहभूम, पाकुड़ एवं साहिबगंज जिले के कुछ हिस्सों में मेघ गर्जन होगा. इस दौरान हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना जतायी गयी है. मौसम विभाग (Meteorological Department) के अनुसार इस दौरान वज्रपात (thunderstorm) की भी आशंका है.
मौसम विभाग (Meteorological Department) ने अपने पूर्वानुमान में बताया है कि 7 अगस्त तक झारखंड के अधिकतर हिस्सों में मेघ गर्जन के साथ बारिश हो सकती है. 6 अगस्त को झारखंड के उत्तर पूर्वी हिस्से में भारी बारिश (heavy rain in jharkhand) हो सकती है. झारखंड के उत्तर पूर्वी हिस्से यानी धनबाद,जामताड़ा, देवघर, दुमका, गोड्डा, पाकुड़ और साहिबगंज जिले में भारी बारिश हो सकती है. मेघ गर्जन (Thunder) भी होगा और बारिश होगी. इस दौरान वज्रपात (thunderstorm) की भी आशंका है.
धनबाद में आज बुधवार को अहले सुबह से ही हल्की बारिश (light rain in dhanbad) हो रही है. मंगलवार को भी दिनभर आकाश में बादल छाए रहे. दोपहर बाद बारिश की भी संभावना जतायी गयी थी, लेकिन बादल (cloud in the sky) छाए रहने के बावजूद बारिश नहीं हुई थी. यकायक रात में मौसम का मिजाज बदला और हल्की बारिश (light rain) हुई. आज बुधवार को बारिश की संभावना है. इस दौरान वज्रपात (Thunderclap) की भी आशंका है. ऐसे में घर से बाहर निकलने वक्त सावधानी बरतें.
मौसम वैज्ञानिकों ने मौसम खराब होने पर सुरक्षित स्थान पर रहने की अपील की है. खासकर खेत में काम कर रहे किसान भाइयों से अपील की है कि मौसम खराब रहने पर पेड़ के नीचे नहीं रहे. सुरक्षित स्थान पर पहुंच जाएं.
Posted By : Guru Swarup Mishra