लगातार हो रही बारिश से उरद व पके धान को हो रहा नुकसान, कृषि वैज्ञानिक ने किसानों को दी ये सलाह
गुमला में तीन दिन से मौसम खराब है. हालांकि आज से मौसम साफ होगा और धूप निकलेगी. अगर अक्तूबर माह की बारिश की स्थिति पर गौर करें तो गुमला जिले में 19 दिन में 31.2 मिलीमीटर बारिश हुई है.
गुमला : गुमला में तीन दिन से मौसम खराब है. हालांकि आज से मौसम साफ होगा और धूप निकलेगी. अगर अक्तूबर माह की बारिश की स्थिति पर गौर करें तो गुमला जिले में 19 दिन में 31.2 मिलीमीटर बारिश हुई है. सिर्फ 18 अक्टूबर को 12.9 मिलीमीटर बारिश हुई है. बारिश के बाद पानी खेत में जमा हो गया है.
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार उरद व पके हुए धान की फसल के लिए खेत में जमा पानी नुकसानदेह है. इसलिए जितना जल्दी हो. खेत में जमा पानी को निकासी करना जरूरी है. हालांकि जो धान फसल देर से पकेगी. इसके लिए यह बारिश फायदेमंद है. वहीं कहीं-कहीं पर हवा अधिक होने के कारण धान की फसल गिरने की संभावना अधिक है. इधर, तीन दिन की बारिश से मौसम ठंडा भी रहा. परंतु आज से मौसम में बदलाव आयेगा और ठंड भी बढ़ेगी.
कृषि वैज्ञानिक अटल तिवारी ने कहा :
कृषि विज्ञान केंद्र गुमला विकास भारती के कृषि वैज्ञानिक अटल तिवारी ने कहा कि मौसम को देखते हुए किसान खेतीबारी करें. साथ ही खेत में लगी फसलों को भी बचाये. फसल को सुरक्षित रखने के लिए जो सावधानी बरतनी है. उस पर ध्यान देना जरूरी है. इस माह 31.2 मिमी बारिश हुई है.
इस बारिश में मुख्य रूप से उरद फसल के साथ-साथ खेत में पके हुए धान की फसल को कुछ नुकसान हो सकता है. लेकिन कृषक भाई थोड़ा ध्यान दें. जैसे जिन खेतों में फसल पक गयी है. उन खेतों से जल निकास की उचित व्यवस्था करें. हालांकि इस बारिश से नुकसान कम और फायदा ज्यादा है. क्योंकि मध्यम दर्जे की बारिश यह देर से पकने वाली धान की किस्मों के लिए वरदान साबित होगी. साथ ही साथ इस बारिश से अगेती रबी फसल के लिए पर्याप्त नमी का उपयोग किसान भाई कर सकते हैं. जिससे लगभग प्रति हेक्टेयर पांच से आठ हजार तक का फायदा होगा.