गुमला
. झामुमो जिला कमेटी ने शुक्रवार को शहर में झारखंडी अधिकार मार्च निकाला, जिसमें पांच हजार से अधिकार झामुमो कार्यकर्ता शामिल थे. अध्यक्षता गुमला विधायक सह जिलाध्यक्ष भूषण तिर्की ने की. मौके पर विधायक ने कहा है कि हेमंत सोरेन की सरकार में झारखंडियों को नयी-नयी योजनाओं की सौगात मिल रही है. यहीं वजह है सभी झारखंडी बोल रहे हैं कि हेमंत हैं तो हिम्मत है. विधायक ने कहा है कि नरेंद्र मोदी झारखंडियों को मूर्ख समझना बंद करें. अंग्रेज भी हमारे तीर कमान के सामने टिक नहीं पाये थे. आज भी तीर कमान लोकतांत्रिक तरीके से लड़ रहा है. झारखंड की पहचान झामुमो का तीर-कमान है. कहा कि झामुमो ने झारखंड को जोड़ा है, पर भाजपा ने हमेशा तोड़ा है. मोदी सरकार ने कभी आदिवासियों का न तो साथ दिया और न ही कभी विकास किया है. सिर्फ आदिवासियों को ठगने का काम किया गया है. मोदी सरकार के कई लोग गलत कामों में शामिल हैं. झारखंड विरोधी केंद्र सरकार कब मिलेगी 1932 खतियान का अधिकार यह पूछता है पूरा झारखंड. झारखंड विरोधी केंद्र सरकार यह बताये कि सरना कोड का अधिकार झारखंड को कब मिलेगा. विधायक ने कहा है कि हेमंत सोरेन द्वारा चलायी जा रही योजनाओं को समझें. राज्य के गरीब होनहार विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए सरकार विदेश अपनी खर्चे से भेज रही है. श्रमिकों की सुरक्षा के लिए योजनाएं बनायी गयी हैं व छात्रों को छात्रवृत्ति दी जा रही है. सरकार आपके द्वार कार्यक्रम की मदद से राज्यवासियों को सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं से घर-घर जाकर जोड़ा जा रहा है. 10 करोड़ रोजगार देने में केंद्र सरकार नाकाम रही, जबकि हेमंत सोरेन की सरकार ने 45 लाख महिलाओं को हर साल 12 हजार रुपये की सौगात देकर सबके साथ न्याय किया है. इससे पहले अधिकार मार्च सिसई रोड नदी टोली स्थित कार्यालय से शुरू हुआ. बारिश के बावजूद रैली में हजारों की संख्या में महिला, पुरुष, युवक, युवती कार्यकर्ता शामिल थे. इस दौरान सभी केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गयी. इस दौरान कचहरी परिसर में प्रदर्शन किया गया. मौके पर रंजीत सिंह सरदार, कलीम अख्तर, मो लड्डन, हरिओम साहू, संजय सिंह, आरिफ अंसारी, मो साजिद आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है