JPSC कृषि सेवा परीक्षा में पलामू के शशिकांत ने पायी सफलता, गुमला के महेश और राहुल भी बने अधिकारी

jharkhand news: JPSC कृषि सेवा परीक्षा में पलामू के शशिकांत कुमार और गुमला के महेश राम तथा राहुल महली ने सफलता पायी है. शशिकांत समेत महेश व राहुल सहायक कृषि निदेशक सह अनुमंडल कृषि पदाधिकारी बने हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 21, 2021 7:31 PM

Jharkhand News: JPSC कृषि सेवा परीक्षा का रिजल्ट आ गया है. पलामू जिला अंतर्गत हैदरनगर के काजीनगर गांव निवासी शशिकांत कुमार ने सफलता पायी है. वहीं, गुमला जिला अंतर्गत सिसई के महेश राम और भरनो के राहुल महली ने भी सफलता हासिल की है.

पलामू के शशिकांत कुमार बनें अधिकारी

पलामू जिला अंतर्गत हैदरनगर थाना क्षेत्र के काजीनगर गांव निवासी रिटायर शिक्षक चितबहाल राम का पुत्र शशिकांत कुमार जेपीएससी कृषि सेवा परीक्षा में उतीर्ण होकर सहायक कृषि निदेशक सह अनुमंडल कृषि पदाधिकारी का पद हासिल किया है. इसकी खबर मिलते ही उनके गांव में उत्साह का माहौल कायम हो गया. शशिकांत ने बताया कि उसने मैट्रिक गढ़वा, इंटर जीएलए कॉलेज मेदिनीनगर और भौतिकी ऑनर्स स्नातक की शिक्षा रांची कॉलेज रांची से ली. इसके बाद यूपीएससी व जेपीएससी की परीक्षा को लेकर प्रयास करता रहा.

वर्ष 2019 की यूपीएससी की संपन्न परीक्षा का साक्षात्कार भी दिया है, पर अब तक चयन की सूचना नहीं मिली है. इस दौरान जेपीएससी कृषि सेवा परीक्षा में उतीर्ण होकर सहायक कृषि निदेशक पद के लिए चयनित हुए. उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और गुरुजनों को दिया. साथ ही विद्यार्थियों को संदेश दिया कि ईमानदारी के साथ पढ़ाई करें. सफलता कदम अवश्य चूमेगी. उन्होंने कहा कि गांव में रहकर पढ़ाई हो सकती है. सफलता भी मिल सकती है. सिर्फ लगन चाहिए.

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सिसई के महेश ने पायी सफलता

वहीं, दूसरी ओर गुमला जिला के सिसई प्रखंड स्थित पुसो गांव के किसान स्वर्गीय सतन राम के पुत्र महेश राम झारखंड लोक सेवा आयोग की कृषि सेवा परीक्षा में पहले ही प्रयास में सफलता हासिल किया. पुसो गांव के महेश राम ने गरीबी एवं सीमित संसाधनों में तैयारी कर इस परीक्षा में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया. इनके पिता स्वर्गीय सतन राम एक गरीब किसान थे. माता योशोदा देवी गृहिणी हैं. महेश राम को पढ़ा-लिखा कर बड़ा अधिकारी बनाने का सपना पिता का था, लेकिन गंभीर बीमारी के कारण वर्ष 2015 में उनका देहांत हो गया.

पिता की मौत के बाद घर की आर्थिक स्थिति डगमगा गयी. फिर भी महेश अपने लगन से पिता के सपने को साकार करने में लगे रहे. हाई स्कूल तक कि शिक्षा महेश राम गांव के ही सरकारी स्कूल से की. इसके बाद बैजनाथ जालान महाविद्यालय, सिसई से अर्थशास्त्र में स्नातक किया. वर्ष 2012 में रांची विश्वविद्यालय से एमए, 2012-13 में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, हरियाणा से बीएड कर पांच वर्षों तक सोनाहातू, रांची में कृषि विभाग में सहायक तकनीकी प्रबंधक के पद पर अपनी सेवा दिया.

2015 में अर्थशास्त्र में राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण किया एवं कृषि विभाग द्वारा संचालित कृषि विस्तार प्रबंधन में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर एक्सटेंशन मैनेजमेंट, हैदराबाद से पीजीडीबीएम भी सफलता पूर्वक पूरा किया. वहीं, पीजीटी में सफलता का परचम लहराकर वर्ष 2018 में शिक्षक बने एवं वर्तमान में उत्क्रमित हाई स्कूल 10+2 तुरीआम्बा के प्रधानाध्यापक हैं. उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता को दिया है. साथ ही अपने मित्र कुणाल देव बारला और विजय नाथ का सहयोग करने के लिए आभार प्रकट किया है.

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भरनो के राहुल महली हुए सफल

इसके अलावा गुमला जिला अंतर्गत भरनो प्रखंड के लेकोटोली निवासी भोला राम महली के छोटा पुत्र राहुल राज महली ने जेपीएससी द्वारा आयोजित कृषि सेवा वर्ग की परीक्षा में शामिल होकर सफलता हासिल कर सहायक कृषि निदेशक बना. वर्तमान में राहुल राज महली कुड़ू अंचल में अंचल उपनिरीक्षक के पद पर कार्यरत हैं. राहुल के बड़े भाई राजेश राज महली हजारीबाग के राज्य कर पदाधिकारी हैं. राहुल ने दो बार जेपीएससी की सिविल सर्विस की परीक्षा दी है. लेकिन, असफल रहे थे.

उन्होंने झारखंड कृषि सेवा की परीक्षा में पहले प्रयास में ही सफलता प्राप्त किया. भरनो के महली परिवार से दर्जनों सदस्य राज्य भर में हर विभाग में अधिकारी बने हैं. राहुल ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और बड़े भाई को दिया. राहुल की सफलता पर प्रखंड के गणमान्य लोगों एवं दोस्तों ने शुभकामना दी.

रिपोर्ट: जफर हुसैन, पलामू और सुनील/प्रफुल, भरनो/सिसई, गुमला.

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