JTET Latest Update, Jharkhand News, रांची (सुनील कुमार झा) : झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा (जेटेट) नियमावली 2019 में बदलाव होगा. उर्दू की परीक्षा अब संस्कृत व अंग्रेजी के अंकों के बराबर होगी. स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया है. वर्ष 2019 में तैयार की गयी नियमावली में कक्षा छह से आठ तक में शिक्षक नियुक्ति के लिए ली जानेवाली शिक्षक पात्रता परीक्षा में अंकों के निर्धारण में एकरूपता नहीं थी. कक्षा छह से आठ तक में विज्ञान, सामाजिक विज्ञान व भाषा विषय में शिक्षक नियुक्ति के लिए परीक्षा ली जाती है. कुल 250 अंकों की परीक्षा लेने का प्रावधान है. इसके तहत 150 अंकों की परीक्षा वैकल्पिक विषय की व सौ अंकों की परीक्षा अनिवार्य विषय के रूप में ली जायेगी. इसके तहत 25 अंकों की जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा, 25 अंकों की बाल विकास एवं शिक्षण पद्धति व 50 अंकों की भाषा की परीक्षा होगी.
वर्तमान नियमावली में सामान्य शिक्षक के लिए 50 अंक की परीक्षा में 25 अंक की परीक्षा अंग्रेजी व 25 अंक की परीक्षा हिंदी/संस्कृत का लेने का प्रावधान है. वहीं उर्दू शिक्षक के लिए 30 अंक की अंग्रेजी व 20 अंक की उर्दू की परीक्षा का प्रावधान है. अब इसमें बदलाव किया जायेगा. उर्दू शिक्षक के लिए अब अंग्रेजी व उर्दू दोनों की परीक्षा 25-25 अंकों की होगी.
कक्षा छह से आठ तक में विज्ञान शिक्षक नियुक्ति में विभिन्न विषयों के अंक निर्धारण में भी एकरूपता नहीं है. विज्ञान के अलग-अलग विषयों की कुल 150 अंकों की परीक्षा लेने का प्रावधान है. इसमें गणित के लिए 70 अंक निर्धारित किये गये हैं. वहीं भौतिकी, रसायन, वनस्पति शास्त्र और जीव विज्ञान के लिए 40-40 अंक निर्धारित किये गये हैं. विज्ञान शिक्षक के लिए गणित के अलावा इन चार में से कोई दो विषय रखना अनिवार्य है. अब गणित का अंक कम कर सभी विषयों के अंकों में एकरूपता लायी जायेगी.
शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए राज्य में पहली नियमावली वर्ष 2012 में बनी थी, जिसके आधार पर वर्ष 2013 व 2016 में पात्रता परीक्षा ली गयी थी
बाल विकास एवं शिक्षक पद्धति 25
सामान्य शिक्षक: हिंदी एवं अंग्रेजी या
(हिंदी /संस्कृत के लिए 25 प्रश्न एवं अंग्रेजी के लिए 25 प्रश्न) 50
उर्दू शिक्षक : उर्दू एवं अंग्रेजी
(उर्दू के लिए 20 प्रश्न एवं अंग्रेजी के लिए 30 प्रश्न) 50
क्षेत्रीय /जनजातीय भाषा /संस्कृत सहित 25
शिक्षा के अधिकार अधिनियम के अनुरूप राज्य में प्रतिवर्ष शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन किया जाना है, लेकिन झारखंड में पिछले 10 वर्ष में मात्र दो शिक्षक पात्रता परीक्षा हुई है. पहली परीक्षा वर्ष 2013 व दूसरी परीक्षा वर्ष 2016 में ली गयी थी. इसके बाद से झारखंड में कोई परीक्षा नहीं हुई है.
स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने नियमावली बनने के बाद वर्ष 2019 में शिक्षक पात्रता परीक्षा लेने के लिए प्रस्ताव झारखंड एकेडमिक काउंसिल को भेजा था. झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने नियमावली में अंक निर्धारण में एकरूपता नहीं होने को लेकर शिक्षा विभाग से मार्गदर्शन मांगा था. विभाग से मार्गदर्शन के इंतजार में जैक परीक्षा की प्रक्रिया शुरू नहीं की. नियमावली में संशोधन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद परीक्षा ली जायेगी.
शिक्षा के अधिकार अधिनियम के अनुरूप राज्य में प्रतिवर्ष शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन किया जाना है, लेकिन झारखंड में पिछले 10 वर्ष में मात्र दो शिक्षक पात्रता परीक्षा हुई है. पहली परीक्षा वर्ष 2013 व दूसरी परीक्षा वर्ष 2016 में ली गयी थी. इसके बाद से झारखंड में कोई परीक्षा नहीं हुई है.
Posted By : Guru Swarup Mishra