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कार्तिक उरांव के गांव गुमला के लिटाटोली को आज भी विकास का इंतजार, आप भी जानें यहां का हाल

29 अक्टूबर को कार्तिक उरांव की 98वीं जयंती है. इस अवसर पर हर कोई कुछ न कुछ बोलेंगे, लेकिन हम आपको कार्तिक बाबा के गांव लिटाटोली की हकीकत दिखाना चाहते हैं. यह गांव विकास के लिए आज भी किसी रहनुमा के इंतजार में है. 19 साल से पंचायत भवन अधूरा पड़ा है. कई अन्य समस्याएं मुंह बाएं खड़ी है.

By Samir Ranjan | October 28, 2022 10:55 PM

Jharkhand News: छोटानागपुर के काला हीरा के नाम से विख्यात आदिवासियों के मसीहा स्वर्गीय कार्तिक उरांव तीन बार सांसद और एक बार विधायक रहे. आज भी वे युवा और वर्तमान नेताओं के प्रेरणा स्रोत हैं. उनके जीवन और काम से प्रभावित होकर कई लोगों ने राजनीति में प्रवेश किया और सांसद और विधायक बने. कार्तिक उरांव भले ही कांग्रेसी नेता थे, लेकिन भाजपा भी उनकी सोच और काम करने के तरीके से प्रभावित रही है. लेकिन, जिस गांव (गुमला प्रखंड के लिटाटोली गांव) में कार्तिक उरांव ने जन्म लिया, उसी गांव को आज यहां के नेता और प्रशासन भूल गये.

गांव की समस्या अब भी विद्यमान

गांव की दुर्दशा से सभी वाकिफ हैं, लेकिन गांव की समस्या दूर करने की पहल नहीं हो रही है, जबकि इस गांव को आदर्श ग्राम के रूप में विकसित करने की योजना तैयार है. गुमला से 10 किमी दूर लिटाटोली गांव को विकास के रहनुमा का इंतजार है. कहने को यह राज्य के सबसे बड़े मसीहा का गांव है, लेकिन गांव की जो दुर्दशा है. नेताओं की भाषणबाजी  और प्रशासनिक कार्य पर सवाल खड़ा करता है.

19 साल से पंचायत भवन अधूरा

गांव में 19 साल से पंचायत भवन अधूरा है. भवन की जो स्थिति है. यह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया. आंगनबाड़ी केंद्र 10 साल से अधूरा. अब भवन के चारों ओर झाड़ी उग आया है. सरकार की सोच है. हर घर में शौचालय बने. कोई खुले में शौच नहीं करें. लेकिन लिटाटोली गांव की कहानी अलग है. यहां आधा से अधिक लोग खुले में शौच करते हैं. तालाब व नदी के किनारे लोगों को शौच करते देखा जा सकता है. हर साल कार्तिक जयंती पर 29 अक्टूबर को यहां नेताओं की भीड़ उमड़ती है. समय समय पर प्रशासनिक अधिकारी गांव जाते हैं. लेकिन किसी ने गांव की समस्या दूर करने की पहल नहीं की.

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कार्तिक उरांव जयंती का कार्यक्रम

अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद द्वारा 29 अक्टूबर, 2022 को 98वीं कार्तिक उरांव की जयंती मनाने के निमित कार्यक्रम की समयसारिणी जारी की गयी है. जिसमें प्रात: पांच बजे से 6.30 बजे तक प्रभात फेरी, पूर्वाहन 6.30 बजे से 8.00 बजे तक स्वच्छता अभियान, पूर्वाहन 8.00 बजे से 9.00 बजे तक समाधि स्थल लिटाटोली गांव में पूजा व सर्वधर्म प्रार्थना सभा, अपराहन 11.00 बजे से 2.00 बजे तक सांस्कृतिक टीम का पंजीयन, प्रतियोगिता व सांस्कृतिक कार्यक्रम, अपराहन 2.00 बजे से 2.30 बजे तक मुख्य अतिथि (संभवत: पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी) का आगमन, स्वागत व समाधि स्थल पर पुष्पांजलि, अपराहन 2.30 बजे 2.40 बजे तक पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव द्वारा स्वागत भाषण, अपराहन 2.40 बजे से 3.00 बजे तक मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि द्वारा पुरस्कार वितरण, अपराहन 3.00 बजे से 3.55 बजे तक मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि द्वारा आशीर्वचन और 3.55 बजे से 4.00 बजे तक धन्यवाद ज्ञापन किया जायेगा.

रिपोर्टर : दुर्जय पासवान, गुमला.

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