मनरेगा से बन रहे कूप में गिरा मजदूर, इलाज के क्रम में मौत
मोटर बंद करने के लिए तार को छूते करंट लगने से बकलू खड़िया कूप में गिर कर हुआ था घायल
सिसई. सिसई थाना के पोड़ाहा पहानटोली निवासी मनरेगा मजदूर बकलू खड़िया (65) की बीते सोमवार की रात में सदर अस्पताल गुमला में मौत हो गयी. मनरेगा से बन रहे कूप में मजदूरी करने के दौरान वह कूप में गिर गया था, जिसमें उसे गहरी चोट लगी थी. वह सदर अस्पताल गुमला में इलाजरत था. इधर, इलाज के दौरान मजदूर की मौत होने की सूचना पर सदर थाना के एसआइ विनय कुमार सदर अस्पताल पहुंच शव का पंचनामा करने के बाद पोस्टमार्टम करा कर शव को परिजनों को सौंप दिया. पंचनामा के दौरान एसआइ ने मृतक के बेटे विमल खड़िया का फर्द बयान कलमबद्ध कर लिया है. इसमें विमल खड़िया ने बताया कि उसके पिता बकलू खड़िया गांव के सुकरा खड़िया के खेत में मनरेगा के तहत बन रहे सिंचाई कूप में मजदूरी करने गया था. कूप से पानी निकालने के लिए मोटर लगाया गया था. कूप का पानी खाली होने पर संवेदक श्रवण साहू ने उसके पिता बकलू खड़िया को मोटर बंद करने के लिए कहा. इसके बाद उसके पिता बकलू खड़िया मोटर बंद करने के लिए जैसे तार को छुआ, उसे करंट लगा और वे 20 फीट खोदे गये कूप में गिर कर घायल हो गये. आनन-फानन में उन्हें सदर अस्पताल गुमला में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गयी. मृत बलकू के पत्नी के अलावा दो बेटे हैं. परिवार काफी गरीब है. मजदूरी जीविका का एकमात्र साधन है. परिवार जीर्ण-शीर्ण कच्चे मकान में रहते हैं. पांच साल पहले पीएम आवास मिला था. छत ढलाई के बाद पांच साल से आगे का काम करने के लिए परिवार पैसे का इंतजाम नहीं कर सका. इस कारण पीएम आवास अभी तक पूरा नहीं हो पाया है. इधर, घटना के बाद रोजगार सेवक व जेइ ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर परिजनों को ढांढस बंधाया है. वहीं मनरेगा बीपीओ गीता ने कहा कि मृतक रजिस्टर्ड मनरेगा मजदूर है. प्रावधान के तहत सरकारी मुआवजा दिलाया जायेगा.
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