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झारखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के लिए लॉबिंग तेज, दिल्ली में जुटे नेता

Jharkhand News (रांची) : झारखंड कांग्रेस के अंदर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गयी है. प्रदेश अध्यक्ष को लेकर नेता दिल्ली दरबार में लॉबिंग कर रहे हैं. केंद्रीय नेताओं के पास गोटी सेट करने में जुटे हैं. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार की वापसी के बाद प्रदेश कांग्रेस में एक नया कोण बन गया है. डॉ अजय कुमार दोबारा अध्यक्ष बनने की होड़ में हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 9, 2021 5:35 PM

Jharkhand News (रांची) : झारखंड कांग्रेस के अंदर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गयी है. प्रदेश अध्यक्ष को लेकर नेता दिल्ली दरबार में लॉबिंग कर रहे हैं. केंद्रीय नेताओं के पास गोटी सेट करने में जुटे हैं. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार की वापसी के बाद प्रदेश कांग्रेस में एक नया कोण बन गया है. डॉ अजय कुमार दोबारा अध्यक्ष बनने की होड़ में हैं.

कांग्रेस के आला नेताओं तक इनकी सीधी पहुंच और बेहतर छवि है. इसका फायदा डॉ अजय कुमार को मिल सकता है. केंद्रीय नेतृत्व सिर्फ भांपने की कोशिश में है कि डॉ अजय को आगे बढ़ाने के बाद विरोध का स्तर क्या होगा. कोई भी निर्णय लेने से पहले पार्टी सभी परिस्थिति को देखेगी.

दूसरी ओर, महागामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह हाल के दिनों में दिल्ली दरबार में मजबूती के साथ उभर कर सामने आयी हैं. युवा कांग्रेस से लेकर विधायक तक की सफर में सांगठनिक कामकाज से दिल्ली के नेताओं को प्रभावित भी किया है. हाल के दिनों में राजनीतिक गतिविधियों में उनकी सक्रियता बढ़ी है.

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दीपिका पांडेय केंद्रीय नेताओं के लगातार संपर्क में हैं. केंद्रीय नेतृत्व ने दीपिका पांडेय को केंद्रीय सचिव को जवाबदेही दी है. ऐसे में अटकलें हैं कि शायद प्रदेश में मौका ना मिले. वहीं, डॉ इरफान अंसारी जैसे विधायक भी अपने हिसाब से घेराबंदी कर रहे हैं. लेकिन, दिल्ली में उनकी स्थिति बहुत मजबूत नहीं है.

इसके अलावा कांग्रेस विधायक विक्सल कोंगाड़ी का नाम भी एक खेमा से आ रहा है. विक्सल कोंगाड़ी संगठन में पहले से चुपचाप काम करने वाले पदाधिकारी के तौर पर गिने जाते हैं. युवा कांग्रेस में जिलाध्यक्ष रहे हैं. विधायक विक्सल को केंद्रीय नेतृत्व आगे कर चौंका सकता है. प्रदेश कांग्रेस का एक गुट रमा खलखो, केशव महतो कमलेश जैसे नेताओं के लिए भी काम कर रहा है.

जिलाध्यक्षों पर पाबंदी, लॉबिंग रोकने की कोशिश

इधर, प्रदेश अध्यक्ष को लेकर जिलाध्यक्ष भी अपने-अपने नेताओं को आगे कर रहे हैं. उनके लिए दिल्ली दरबार का चक्कर लगा रहे हैं. रांची के महानगर अध्यक्ष संजय पांडेय सहित कई नेता समय-समय पर दिल्ली पहुंच रहे हैं. वहीं, प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने एक आदेश जारी किया है कि जिलाध्यक्ष अपना मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे. इस पर पार्टी के कुछ जिलाध्यक्षों का कहना है कि अध्यक्ष का निर्देश सही नहीं है.

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आउटरीच कार्यक्रम केवल जिलाध्यक्षों के लिए नहीं है. को-ऑर्डिनेटर, कार्यकारी अध्यक्ष सहित दूसरे पदाधिकारी भी प्रभार वाले जिला से बाहर ना जाये. महानगर अध्यक्ष संजय पांडेय ने इसकी शिकायत झारखंड प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह से भी की है.

Posted By : Samir Ranjan.

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