गुमला : गुमला जिले के एलपीजी गैस के उपभोक्ताओं को अगर सब्सिडी लेनी है, तो उन्हें 31 दिसंबर तक ई-केवाइसी कराना होगा. ई-केवाइसी नहीं कराने वाले उपभोक्ताओं की सब्सिडी स्वत: बंद हो जायेगी. वहीं ई-केवाइसी कराने को लेकर गैस कंपनियों ने आदेश जारी कर दिया है. एजेंसियों की ओर से ई-केवाइसी कराने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. जिले के लगभग 2.75 लाख एलपीजी गैस उपभोक्ता हैं, जिसमें सवा लाख उज्ज्वला योजना के उपभोक्ता हैं. इन सभी को अपना ई-केवाइसी कराना है. इसके लिए उपभोक्ताओं को अपने-अपने संबंधित गैस सिलिंडर आपूर्ति करने वाली एजेंसियों के पास जाकर ई-केवाइसी कराना होगा.
जिनके नाम पर गैस का कनेक्शन है, उनको एजेंसी पहुंचना होगा. ताकि उनके चेहरे की तस्वीर ली जा सके. फिर उनका पूरा ब्योरा अपलोड किया जायेगा. मां शेरावाली इंडेन गैस एजेंसी के संचालक विशेष आनंद ने बताया कि इसकी प्रक्रिया शुरू हो गयी है. लेकिन कम संख्या में लाभुक आ रहे हैं. यह लाभुकों के फायदे के लिए किया जा रहा है. बायोमेट्रिक प्रणाली से ई-केवाइसी सुविधा पूर्वक पांच मिनट में कर ली जायेगी. इसलिए लाभुक जागरूक बनें और आकर ई-केवाइसी करा लें. 31 दिसंबर तक सभी उपभोक्ताओं को ई-केवाइसी कराना अनिवार्य है, ताकि गलत लोग सब्सिडी का लाभ न ले सकें.
ई-केवाइसी के लिए आधार कार्ड, फोटो, गैस कनेक्शन का ओरिजनल कागजात व जो मोबाइल नंबर उसे गैस कनेक्शन के साथ अटैच कर लाना होगा. ई-केवाइसी के लिए कंपनियों की ओर से सभी उपभोक्ताओं के मोबाइल पर मैसेज भेजा जा रहा है. इसके बार चेहरे की तस्वीर ली जायेगी, ताकि जिसके नाम पर कनेक्शन है. उसकी पहचान की जा सके. उपभोक्ताओं को अपना मूल कागजात लाना होगा. मालूम हो कि जिले में इंडेन, भारत, एचपीसीएल व इंदिरा गैस की एजेंसी कार्यरत हैं.