Marriage Muhurat in 2020-2021 : रांची : आज से शहनाई (shehnai) नहीं बजेगी. शादी की रस्में अब चार माह बाद होंगी. एक जुलाई यानी आज हरिशयनी एकादशी (Harishyani Ekadashi) है. आज से आप शहनाई की धुन नहीं सुन सकेंगे. भगवान विष्णु (Lord Vishnu) के आज से चार महीने के लिए क्षीर सागर (Ksheer Sagar) में विश्राम करने के लिए चले जाने के कारण शादी-विवाह की रस्में फिलहाल नहीं होंगी.
आज से शादी-विवाह को लेकर शहनाई नहीं गूंजेगी. आज हरिशयनी एकादशी है. इसके साथ ही शहनाई की धुन खामोश हो जाती है. कहीं सुनाई नहीं देती. इस दिन से भगवान विष्णु चार महीने के लिए क्षीर सागर में विश्राम के लिए चले जाते हैं. इस कारण वैवाहिक कार्यक्रमों पर विराम लग जाता है. कहीं मांगलिक कार्यक्रम नहीं होते.
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विवाह समारोह में भगवान विष्णु के शामिल होने के बाद से ही शहनाई बजती है. ऐसी मान्यता है कि देवोत्थान एकादशी के दिन भगवान विष्णु जगते हैं. उसके बाद से मांगलिक कार्यों में शहनाई बजने लगती है. 25 नवंबर को देवोत्थान एकादशी है. इसके साथ ही विवाह की रस्में शुरू हो जायेंगी.
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कई कारणों से इस बार लगन काफी कम है. चार माह बाद यानी नवंबर में 25, 26, 30, दिसंबर महीने में 01, 02, 06, 07, 08, 09, 10, 11 और 13 को लगन है. इसके बाद से खरमास शुरू हो जायेगा. 14 जनवरी को खरमास समाप्त हो जायेगा. इसी दिन मकर संक्रांति भी है.
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खरमास की समाप्ति के बाद विभिन्न कारणों से जनवरी फरवरी-मार्च में कोई लगन नहीं है. मिथिला पंचांग के अनुसार नवंबर में लगन नहीं है. दिसंबर में 04, 06, 07,10 और 11 को अंतिम लगन है. वर्ष 2021 में जनवरी से लेकर मार्च तक लगन नहीं है.
Posted By : Guru Swarup Mishra