गुमला के घाघरा में स्कूली बच्चों का जॉब कार्ड बना कर मनरेगा राशि की निकासी
यदि संतोषप्रद जवाब नहीं मिलने पर उक्त अनियमितता में जनप्रतिनिधि व प्रखंड कर्मियों की सहभागिता समझ कर कार्रवाई की जायेगी.
घाघरा : स्कूली बच्चों के नाम पर जॉब कार्ड बना कर मनरेगा में सरकारी पैसे का गबन करने के आरोप में प्रखंड प्रशासन द्वारा जांच शुरू कर दी है. बीडीओ ने जांच के लिए बीपीओ बेबी कुमारी के नेतृत्व में टीम गठित कर जांच करने का निर्देश दिया है. साथ ही बेलागाड़ा पंचायत के कनीय अभियंता, मुखिया, पंचायत सचिव, रोजगार सेवक से स्पष्टीकरण मांगा है. स्पष्टीकरण में साफ तौर पर कहा है कि 18 वर्ष से कम उम्र के व्यक्ति का जॉब कार्ड बनाया गया है. फर्जी तरीके से मजदूरी राशि की निकासी की जा रही है, जो मनरेगा मार्गदर्शिका के विरुद्ध है. साथ ही संबंधित जनप्रतिनिधि व कर्मी स्पष्ट करें कि किन परिस्थितियों में 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का जॉब कार्ड बनाया गया है.
यदि संतोषप्रद जवाब नहीं मिलने पर उक्त अनियमितता में जनप्रतिनिधि व प्रखंड कर्मियों की सहभागिता समझ कर कार्रवाई की जायेगी. ज्ञात हो कि गोया गांव निवासी इमरान खान ने बीडीओ दिनेश कुमार को आवेदन देकर गांव में स्कूली बच्चों के नाम पर जॉब कार्ड बनाकर मनरेगा से सरकारी राशि का गबन करने का आरोप लगाते हुए गंभीरता से जांच करने की मांग की थी. आवेदन में इमरान खान ने बताया था कि लगभग 15 से 20 नाबालिग बच्चों का मनरेगा के तहत जॉब कार्ड बनाया गया है.
Also Read: गुमला के इन इलाकों में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना से बनेगी 10 किमी सड़क
एक व्यक्ति का दो-दो जॉब कार्ड बना कर पैसे की निकासी की जा रही है. लगभग तीन लाख, 12 हजार, 90 रुपये की निकासी अभी तक हो चुकी है. जबकि और निकासी अभी भी जारी है. इसके बाद बीडीओ ने बीपीओ को जांच करने का आदेश दिया है. इस संबंध में बीडीओ दिनेश कुमार ने कहा कि बीपीओ के नेतृत्व में जांच टीम का गठन किया गया है. टीम गांव में जाकर गंभीरता से जांच करेगी. जांच के बाद दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जायेगी.