गुमला IED बलास्ट में शहीद खोजी कुत्ता द्रोण ने ऐसे बचायी तीन जवानों की जान, गार्ड ऑफ ऑनर देकर किया गया विदाई
जहां उसके शव को तिरंगे में लपेट कर मातमी धुन के साथ अंतिम सलामी देने के बाद गार्ड ऑफ ऑनर के साथ दफन किया गया. इस दौरान कोबरा बटालियन के अधिकारी और जवान उसकी बहादुरी को याद करने लगे. मौके पर उनकी आंखें भी नम हो गयीं. द्रोण शहीद होने से पहले झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ कुल 83 अभियानों में शामिल था.
Naxali attack IED blast in gumla गुमला : गुमला जिले के कुरूमगढ़ थाना क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ अभियान के दौरान खोजी कुत्ता द्रोण आइइडी की चपेट में आने से शहीद हो गया, लेकिन वह शहीद होकर भी तीन जवानों की जान बचा गया. अभियान में वह हैंडलर संग सबसे आगे था, जिससे आइइडी की चपेट में आकर घायल हो गया. पोस्टमार्टम उपरांत उसके शव को हजारीबाग के बरही स्थित कोबरा बटालियन के मुख्यालय ले जाया गया.
जहां उसके शव को तिरंगे में लपेट कर मातमी धुन के साथ अंतिम सलामी देने के बाद गार्ड ऑफ ऑनर के साथ दफन किया गया. इस दौरान कोबरा बटालियन के अधिकारी और जवान उसकी बहादुरी को याद करने लगे. मौके पर उनकी आंखें भी नम हो गयीं. द्रोण शहीद होने से पहले झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ कुल 83 अभियानों में शामिल था.
राज्य में दूसरी बार कोई खोजी कुत्ता शहीद हुआ :
झारखंड में किसी खोजी कुत्ते के शहीद होने की यह दूसरी घटना है. इसके पहले 202 कोबरा बटालियन का एक खोजी कुत्ता वर्ष 2017 में बूढ़ा पहाड़ में नक्सलियों के खिलाफ अभियान में शहीद हो गया था. खोजी कुत्ता 203 कोबरा बटालियन में पदस्थापित था.
Posted By : Sameer Oraon