दुर्जय पासवान, गुमला: गुमला जिला अंतर्गत रायडीह थाना की पुलिस ने प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के तीन हार्डकोर उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है. ये तीनों उग्रवादी सबजोनल कमांडर राजेश गोप उर्फ टाइगर के दस्ते के सक्रिय सदस्य हैं. इन उग्रवादियों के पास से तीन राइफल व 15 गोलियां मिली हैं. गिरफ्तार उग्रवादियों में मोकरो बरटोली सुरसांग निवासी अनिल उरांव उर्फ कुठू (35), लौकी गोसाईकोना निवासी मंजित प्रधान उर्फ गुड्डू (19) व बैरटोली निवासी गुड्डू सिंह (30) हैं. पुलिस ने उनके पास से 315 बोर का तीन देसी राइफल, 315 बोर की 12 ज़िंदा गोलियां व एके-47 का तीन ज़िंदा गोली बरामद की है.
घेराबंदी कर उग्रवादियों को पकड़ा
एसडीपीओ विकास आनंद लागुरी ने बताया कि शुक्रवार की रात्रि को गुप्त सूचना मिली थी कि रायडीह प्रखंड के बाघलता व डुमरघाटी के बीच बरटोली जाने वाले रास्ते के जंगल के पास कुछ लोग हथियार से लैस हैं. वे लोग किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं. इस सूचना को वरीय पदाधिकारी को दी गयी. इसके बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार एक टीम की गठन किया गया. पुलिस टीम बाघलता जंगल पहुंची. छापामारी करते हुए पुलिस आगे बढ़ी तो जंगल में कुछ लोगों की बात करने की आवाज सुनायी दी. तब टीम के लोग दो तरफ से घेराबंदी करते हुए आगे बढ़े. तभी पुलिस को आता देख तीन उग्रवादी भागने लगे. टीम द्वारा खदेड़ कर तीनों को पकड़ा गया. उनके पास से राइफल व गोली बरामद की गयी. पूछताछ पर गिरफ्तार व्यक्ति मंजित प्रधान उर्फ गुड्डू के घर से एक और 315 बोर का लोडेड देसी राइफल व दो गोली बरामद की गयी.
उग्रवादियों ने खोले राज
एसडीपीओ ने बताया कि कड़ाई से पूछताछ पर गिरफ्तार उग्रवादियों ने बताया कि वे तीनों पीएलएफआई के सब जोनल कमांडर राजेश गोप उर्फ टाइगर के दस्ते के सदस्य हैं. संगठन के लिए कार्य करते हैं. यह हथियार संगठन को मजबूत करने के लिए सभी हथियार राजेश गोप ने दिया था. एसडीपीओ ने बताया कि अनिल उरांव उर्फ कुठू का आपराधिक इतिहास है. उस पर रांची, रायडीह, घाघरा थाना में केस दर्ज है. छापामारी में इंस्पेक्टर बैजू उरांव, थानेदार अमित कुमार, एसआइ अभिनव कुमार, नितेश टोपनो, बालमुकुंद सिंह, एएसआइ रंजय कुमार सिंह व सैट 11 के जवान मौजूद थे.
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