झारखंड के गुमला से टीएसपीसी के चार नक्सली गिरफ्तार, चार बंदूक बरामद, एसआईटी ने ऐसे दबोचा

झारखंड की गुमला पुलिस ने टीएसपीसी के चार नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया है. इनके पास से चार बंदूक व गोली बरामद की गयी है. एसआईटी का गठन कर इन्हें दबोचा गया.

By Guru Swarup Mishra | April 12, 2024 6:15 PM
an image

गुमला, जगरनाथ पासवान: झारखंड की गुमला पुलिस ने टीएसपीसी के चार उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही इनके पास से बंदूक, गोली व मोबाइल समेत अन्य सामान बरामद किए गए हैं. पिछले दिनों इन्होंने गुमला की उत्तरी कोयल नदी पर बन रहे पुल के निर्माण कार्य में लगे मजदूरों के साथ मारपीट की थी और बंधक बनाकर रखा था. पर्चा छोड़कर 25 लाख रुपए लेवी की मांग की थी. पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया और टीम का गठन कर इन्हें गिरफ्तार कर लिया.

चार नक्सली हथियार के साथ गिरफ्तार
गुरदरी थाना के चोरकाखांड़ निवासी केश्वर लोहरा (36 वर्ष), गुमला थाना के सुगीटोली निवासी हीरा उरांव (36 वर्ष), घाघरा थाना के डुको निवासी नैका उरांव उर्फ छोटू (24 वर्ष) व लखीराम उरांव (35 वर्ष) को पुलिस ने अरेस्ट किया है. इन उग्रवादियों के पास से पुलिस ने से 315 बोर की चार राइफल, आठ एमएम का 86 गोली, दो मैगजीन, दो पिट्ठू व तीन मोबाइल बरामद की है.

25 लाख रुपए मांगी थी लेवी
उग्रवादियों ने चार अप्रैल को घाघरा व सिसई प्रखंड के सीमावर्ती जलका स्थित उत्तरी कोयल नदी पर बन रहे पुल निर्माण कार्य में लगे मजदूरों के साथ मारपीट की थी. घंटों बंधक बनाकर रखा था. इसके साथ ही पर्चा छोड़कर 25 लाख रुपये लेवी की मांग की थी. उग्रवादियों द्वारा पुल निर्माण कार्य बंद कराने के बाद आधा दर्जन गांव के ग्रामीणों ने उग्रवादियों के खिलाफ पारंपरिक हथियार उठा लिया था और पुल निर्माण शुरू कराया था.

ALSO READ: उग्रवादियों से निबटने के लिए ग्रामीण करेंगे रतजगा

गिरफ्तारी के लिए एसआईटी का गठन
गुमला पुलिस भी उग्रवादियों की धर-पकड़ के लिए एसडीपीओ गुमला सुरेश प्रसाद यादव के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया था. इसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर इन चारों उग्रवादियों को गिरफ्तार किया था. एसपी शंभू कुमार सिंह ने बताया कि ये चारों पूर्व में भी जेल जा चुके हैं. उग्रवादी संगठन टीएसपीसी के नाम पर पुल निर्माण बंद कराने के बाद टीम गठन होने के बाद अनुसंधान शुरू किया गया. छापामारी के क्रम में सिसई थाना अंतर्गत ग्राम मेढ़ियाटोली मुरगू से 11 अप्रैल की रात को चारों को हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया.

माओवादी व जेजेएमपी में भी रहे चुके हैं ये नक्सली
ये चारों उग्रवादी पूर्व में भाकपा माओवादी में थे. बाद में ये लोग जेजेएमपी में चले गये. इधर, कुछ महीनें पहले ये लोग टीएसपीसी संगठन में चले गये. इसके बाद घाघरा इलाके में संगठन का विस्तार करने में जुट गये थे, परंतु उससे पहले गुमला पुलिस ने टीएसपीसी संगठन को इस क्षेत्र में जड़ से खत्म कर दिया.

उग्रवादियों को पकड़ने के लिए छह थाना की पुलिस शामिल थी
घाघरा-सिसई के सीमावर्ती कोयल नदी में पुल निर्माण बंद कराने के मामले में टीएसपीसी के उग्रवादियों को पकड़ने के लिए छह थाना की पुलिस को जिम्मेवारी दी गयी थी. इसके साथ ही एसडीपीओ सुरेश प्रसाद यादव के नेतृत्व में बनाये गये एसआइटी टीम में भी छह थाना के पुलिस अधिकारी शामिल थे. पुलिस ने उग्रवादियों को पकड़ने के लिए रणनीति तय की. इसके बाद इन उग्रवादियों को एक सप्ताह के अंदर पकड़ लिया और घाघरा, सिसई, बिशुनपुर व गुमला इलाके में टीएसपीसी संगठन को बढ़ने से रोक दिया. एसपी शंभू कुमार सिंह ने बताया कि पुल निर्माण मामले के उदभेदन के लिए गुमला जिलांतर्गत छह थानों की पुलिस समेत सैट व पुलिस केंद्र गुमला के जवानों ने मिलकर कार्य किया.

पुलिस ने चारों को भेजा जेल
टीम में एसडीपीओ सुरेश प्रसाद यादव, डीएपी गुमला शिवशंकर मरांडी, बसिया अंचल के पुनि जितेंद्र राम, पुलिस केंद्र गुमला के पुनि महेंद्र करमाली, थाना प्रभारी सिसई संदीप कुमार यादव, थाना प्रभारी पुसो हिमांशु शेखर सिंह, थाना प्रभारी घाघरा तरूण कुमार, थाना प्रभारी भरनो अरविंद कुमार व सिसई थाना के पुअनि अजय कुमार समेत सैट टीम, पुलिस केंद्र गुमला एवं सशस्त्र बल सिसई शामिल थे. मामले में पुलिस ने चारों अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. प्रेस कांफ्रेंस कर एसपी ने बताया कि इस संबंध में सिसई थाना में कांड संख्या 40/24 अंकित कर घटना के त्वरित उद्भेदन एवं अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष अनुसंधान/छापामारी दल (एसआइटी) का गठन किया गया. टीम गठन होने के बाद टीम द्वारा अनुसंधान का कार्य शुरू किया गया. छापामारी कर चोरकाखांड़ निवासी केश्वर लोहरा, सुगीटोली निवासी हीरा उरांव तथा डुको निवासी नैका उरांव उर्फ छोटू व लखीराम उरांव को गिरफ्तार किया गया.

गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश है : एसपी
चारों गिरफ्तार नक्सलियों के पास से हथियार भी जब्त किया गया है. 315 का चार राइफल, आठ एमएम का 86 गोली, दो मैगजीन, दो पिट्ठू व तीन मोबाइल समेत अन्य आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गयी है. पूर्व में लूट, रंगदारी आदि कांडों में जेल जा चुके हैं. गिरफ्तारी के लिए छापामारी अभियान जारी है.

Exit mobile version