Naxal News: पुलिस की पकड़ में आते-आते बचा खूंखार नक्सली, दहशत फैलाने के लिए इकट्ठा हुआ था संगठन, कई सामान जब्त
Naxal News: पुलिस और एसएसबी आने की सूचना मिलते ही रामदेव उरांव अपने दस्ते के अन्य सदस्यों के साथ इलाके में भाग निकला. पुलिस ने नक्सलियों का पीछा किया, लेकिन घने जंगल का फायदा उठाकर नक्सली भागने में सफल रहे.
Naxal News: गुमला, दुर्जय पासवान- झारखंड जगुआर और एसएसबी ने नक्सली संगठन झांगुर गुट के खिलाफ बुधवार को ऑपरेशन लांच किया. इस ऑपरेशन के तहत पुलिस और एसएसबी की टीम झांगुर गुट के सुप्रीमो रामदेव उरांव के गढ़ में घुसी. नक्सलियों की घेराबंदी शुरू कर दी. हालांकि, पुलिस और एसएसबी आने की सूचना मिलते ही रामदेव उरांव अपने दस्ते के अन्य सदस्यों के साथ इलाके में भाग निकला. पुलिस ने नक्सलियों का पीछा किया, लेकिन घने जंगल का फायदा उठाकर नक्सली भागने में सफल रहे.
पुलिस को मिली थी रामदेव उरांव को होने की सूचना
जानकारी के अनुसार, पुलिस को झांगुर गुट के सुप्रीमो रामदेव उरांव और उसके दस्ते के सक्रिय सदस्य के बारे में गुप्त सूचना मिली थी. पुलिस को पता चला कि पूरा दस्ता हथियारों के साथ बिशुनपुर और घाघरा थाना क्षेत्र के सीमावर्ती इलाके तेंदार नवाटोली, भंवरागनी, देवरागनी के आसपास के गांवों में घूम रहे हैं. संगठन दहशत फैलाने के मकसद से जमा हुआ है. सूचना के आधार पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दावा बोल दिया.
पुलिस ने चलाया अभियान
नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस मौके पर पहुंच गई. गुमला पुलिस के साथ झारखंड जगुआर और एसएसबी-32 बटालियन के जवान भी शामिल थे. पूरी टीम ने संयुक्त छापामारी अभियान चलाया. छापेमारी के दौरान देवरागनी जंगल में पुलिस बलों को देख कर कुछ लोग भागने लगे. हालांकि पुलिस ने उन्हें पकड़ने की पूरी कोशिश की. हालांकि पुलिस ने नक्सलियों को पकड़ने की पूरी कोशिश की. लेकिन घने जंगलों का लाभ उठाकर रामदेव उरांव और उसके दस्ते के लोग भागने में सफल रहे.
जिले के एसपी ने कहा है कि नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए गुमला पुलिस की ओर से लगातार छापामारी अभियान चलाया जा रहा है. इसी क्रम में देवरागनी जंगल से नक्सलियों के दैनिक उपयोग में लाये जाने वाले सामग्री जैसे कंबल, तिरपाल समेत अन्य सामान बरामद किया गया है. यह सभी समान पहाड़ के गुफा में था. जहां झांगुर गुट के नक्सली छिपकर रहते हैं. गुमला पुलिस ने कहा है कि वो नक्सली संगठनों से अपील करती है कि वो प्रदेश सरकार की ओर से घोषित आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति का लाभ उठाते हुए समाज के मुख्यधारा में शामिल हो. बता दें, गुमला पुलिस की ओर से गुमला जिले को नक्सल एवं अपराध मुक्त करने हेतु लगातार अभियान चलाया जा रहा है.
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