नक्सली खुदी मुंडा का बेटा किसान और बेटी आठवीं कक्षा की छात्रा, परिवार वालों के समझाने के बाद किया सरेंडर
खुदी मुंडा के परिवार के लोगों ने बताया कि खुदी मुंडा के नक्सली बनने के बाद से उसके परिवार को काफी परेशानी झेलनी पड़ी. जब भी कहीं कुछ होता था, पुलिस उसके घर पहुंच जाती थी
नक्सली खुदी मुंडा शादीशुदा है. उसकी पत्नी का नाम इदाम देवी है, जो गृहिणी है. वह खेती-बारी भी करती है. बड़ा बेटा सुखराम मुंडा है, जिसकी शादी हो चुकी है. वह गांव में रह कर खेती-बारी करता है. वहीं छोटी बेटी पार्वतीन मुंडाइन है, जो भरनो के एक स्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ती है.
परिवार के लोगों ने बताया कि खुदी मुंडा के नक्सली बनने के बाद से उसके परिवार को काफी परेशानी झेलनी पड़ी. जब भी कहीं कुछ होता था, पुलिस उसके घर पहुंच जाती थी. पुलिस हर बार खुदी को सरेंडर करने की अपील कर रही थी. परिवार के सदस्यों ने बताया कि खुदी को हमलोग हर समय सरेंडर करने के लिए समझाते थे. आज खुशी है कि खुदी ने सरेंडर किया.
अब हमारा परिवार सकून से रह सकेगा. खुदी मुंडा की बहन अगनी देवी ने बताया कि मेरी शादी भी नहीं हुई थी. तब ही मेरा भाई खुदी माओवादी में शामिल हो गया था. वह जब से संगठन में शामिल हुआ था, उसके बाद कभी घर नहीं आया था. परिवार वालों द्वारा समझाने के बाद उसने आज सरेंडर किया है, जिससे हमें खुशी है. कुछ दिन जेल में रहने के बाद घर तो आ सकेगा. खुदी मुंडा समेत तीन भाई हैं, जिसमें एक भाई की मौत हो चुकी है.
वहीं एक भाई शराबी है. तीसरा भाई खुदी मुंडा है. बहन ने बताया कि खुदी मुंडा के पिता की मौत हो चुकी है. वहीं उसकी मां जमुनी देवी अभी जीवित है. वह काफी वृद्ध हो चुकी है. उन्होंने कहा कि शांति सेना के चरवा उरांव द्वारा खुदी मुंडा को फंसाने व मारपीट करने के कारण वह माओवादी में गया था. चरवा उरांव के संबंध में कहा कि उसकी मौत पूर्व में हो चुकी है. इसलिए गांव में अब कोई विवाद नहीं है.