बदले की आग में जल रहे लजीम अंसारी को मुठभेड़ में लगी थीं 12 गोलियां, पिता के कहने पर भी नहीं किया था सरेंडर
पिता बक्सुद्दीन अंसारी ने बताया कि सबसे बड़ा बेटा जहांगीर अंसारी, दूसरा इब्राहिम अंसारी व तीसरा लजीम अंसारी था. हमलोगों ने उसे सरेंडर के लिए खबर भिजवाया था, लेकिन वह कहता था कि अब वह सरेंडर नहीं करेगा. वह सीने में बदले की आग लिये जंगलों में घूमता फिर रहा था.
गुमला, दुर्जय पासवान. चैनपुर थाना के टोंगो सेमरा बरटोली जंगल में हुई पुलिस व माओवादी मुठभेड़ में मारे गये भाकपा माओवादी के सब जोनल कमांडर छह लाख का इनामी लजीम अंसारी के शव को पुलिस ने शुक्रवार की देर रात बरामद किया. कागजी कार्रवाई के बाद देर रात को शव को सदर अस्पताल लाया गया. लजीम के शव को रातभर सदर अस्पताल के शव गृह में रखा गया. इसके बाद पंचनामा कर उसके शव का पोस्टमार्टम हुआ. जहां तीन चिकित्सीय दल डॉक्टर सुनील किस्कू, डॉक्टर पीसीके भगत व डॉक्टर रोशन खलखो द्वारा नक्सली के शव का पोस्टमार्टम किया गया. दंडाधिकारी के रूप में चैनपुर सीओ गौतम कुमार मौजूद थे. पोस्टमार्टम के दौरान वीडियोग्राफी भी करायी गयी. पोस्टमार्टम करने के बाद दंडाधिकारी गौतम कुमार ने पत्रकारों को बताया कि भाकपा माओवादी के सब जोनल कमांडर लजीम अंसारी को 12 गोलियां लगी थीं, जो उसके शरीर को छलनी कर पार कर गयी थीं. उसके शरीर के पेट से अर्द्ध बुलेट बरामद किया गया. उसके पास से एक घड़ी भी बरामद की गयी है.
तीन भाई में सबसे छोटा था लजीम
पिता बक्सुद्दीन अंसारी ने बताया कि सबसे बड़ा बेटा जहांगीर अंसारी, दूसरा इब्राहिम अंसारी व तीसरा लजीम अंसारी था. हमलोगों ने उसे सरेंडर के लिए खबर भिजवाया था, लेकिन वह कहता था कि अब वह सरेंडर नहीं करेगा. कई लोगों ने लजीम से सरेंडर करने को कहा था, परंतु वह सीने में बदले की आग लिये जंगलों में घूमता फिर रहा था. वह खरका गांव के कुछ पुराने दुश्मनों से बदला लेना चाहता था. लजीम अंसारी की ससुराल लोहरदगा जिले के अरू गांव में है. लजीम की शादी के लगभग दस वर्ष से अधिक हो गया था. इसके बाद वह खरका गांव के लोगों से परेशान होकर माओवादी संगठन में शामिल हुआ था.
Also Read: झारखंड: पुलिस मुठभेड़ में मारे गये 6 लाख के इनामी नक्सली लजीम अंसारी के खिलाफ 61 केस दर्ज
लजीम अंसारी की पांच बेटियां व एक बेटा है
पिता बक्सुद्दीन अंसारी ने बताया कि लजीम अंसारी की पांच पुत्रियां व एक पुत्र है. सबसे बड़ी बेटी रेशमा खातून (28), दूसरी बेटी नूरी खातून (26) का विवाह हो चुका है. तीसरी बेटी आसमा खातून (23), सुहाना खातून (21) व रोजी खातून (11) व बेटा शमशाद अंसारी (16) है. बड़ी बेटी का विवाह पुसो लोहरदगा व उससे छोटी का विवाह जिला के अंदर किया गया है.
Also Read: ओडिशा ट्रेन हादसा: झारखंड के 3 यात्रियों की मौत, 61 घायल, अस्पताल जाकर घायलों से मिली अफसरों की टीम
एनआइए ने लजीम की जमीन पर लगाया है बोर्ड
कई बड़ी नक्सली घटनाओं में शामिल लजीम अंसारी द्वारा पनसो गांव में खरीदी गयी 57 डिसमील जमीन पर एनआइए ने गत वर्ष 2022 के अक्टूबर माह में बोर्ड लगाया था. साथ ही एनआइए ने उक्त जमीन को प्रतिबंधित भी किया था. वहीं गुमला पुलिस ने लजीम के घर सरेंडर करने का इश्तेहार चिपकाया था. गुमला के सभी अधिकारी लजीम के घर जाकर उसके परिवार को लजीम को सरेंडर करने के लिए समझाया था, परंतु लजीम सरेंडर नहीं किया और आज वह मारा गया.
Also Read: झारखंड: नक्सलियों की साजिश एक बार फिर नाकाम, 5-5 किलो के दो आईईडी बम बरामद, अब तक मिले 167 आईईडी बम
शव लेने तीन दर्जन लोग पहुंचे गुमला अस्पताल
लजीम की मौत की सूचना के बाद लजीम के परिजन, दूर के रिश्तेदार, दोस्त सहित गांव के कई ग्रामीण शनिवार को गुमला सदर अस्पताल पहुंचे. जहां लजीम के शव को देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गयी. इसके बाद गुमला प्रशासन द्वारा उपलब्ध करायी गयी एंबुलेंस से शव को पंसो गांव ले जाया गया. जहां उसके शव को दफनाया गया. शव को ले जाने के लिए गांव के तीन दर्जन से अधिक लोग गुमला आये थे. दो दिन पहले नक्सली राजेश उरांव की मौत पर उसके परिजनों ने गांव नहीं ले जाकर गुमला शहर में ही उसका अंतिम संस्कार किया था.