Jharkhand News: प्रकृति की गोद में मनाना है नये साल का जश्न, तो गुमला के नागफेनी में पर्यटकों का स्वागत है
Jharkhand News: नागफेनी गांव में नागवंशी राजाओं का गढ़ था. जिनके भवनों के अवशेष आज भी देखने को मिलते हैं. गुमला शहर से नजदीक होने के कारण यहां नववर्ष में आराम से घूम सकते हैं.
Jharkhand News: रांची व गुमला के नेशनल हाइवे-43 से बहने वाली दक्षिणी कोयल नदी के किनारे नागफेनी नदी है. यह पर्यटकों के लिए नववर्ष में घूमने की अच्छी जगह है. नागफेनी नदी में इठला कर बहती जलधारा है. नुकीले व ऊंचे पहाड़ हैं. अद्भुत प्राकृतिक छटा है. नदी तट के किनारे भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा की मूर्ति है. नागवंशी राजाओं से जुड़ा इतिहास है. पग-पग पर प्राचीन अवशेष हैं.
यह गुमला जिला मुख्यालय से 16 किलोमीटर दूर है. अपने अंदर कई ऐतिहासिक व धार्मिक धरोहर समेटे हुए है. यह गुमला जिला के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में से एक है. यह गांव नागवंशी राजाओं का गढ़ था. जिनके भवनों के अवशेष आज भी देखने को मिलते हैं. गुमला शहर से नजदीक होने के कारण यहां नववर्ष में आराम से घूम सकते हैं. नागफेनी में जगन्नाथ मंदिर, शिवलिंग पर लिपटे अष्टधातु निर्मित नाग, अष्टकमल दल, पाटराजा व नागसंत्थ देखने योग्य है. वहीं कोयल नदी की धारा पर खड़े हजारों चिकने पत्थर, अंबाघाघ जलप्रपात अपनी प्राकृतिक सुंदरता को दर्शाता है. सात खाटी कुंआ, कुकुरकुंडी, मठ टोंगरी, पौराणिक मठ, पहाड़ी पर नागवंशी काल के भग्नावशेष इतिहास की कहानी बयां कर रहे हैं.
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कैसे जायें और कहां ठहरें
: नागफेनी नदी गुमला जिला के सिसई प्रखंड में आता है.
: रांची से 80, सिसई से 10 व गुमला शहर से 16 किमी दूर है.
: सुबह आठ से शाम छह बजे तक परिवार के साथ घूम सकते हैं.
: सुबह से देर शाम तक बस व छोटी बड़ी गाड़ियां चलती हैं.
: नागफेनी में एक दर्जन लाइन होटल हैं. बगल में गांव है.
: पर्यटकों के लिए गुमला शहर में ठहरने के लिए कई होटल हैं.
: यहां पर्यटक अपनी गाड़ी से आसानी से आ-जा सकते हैं.
परेशानी हो, तो यहां करें संपर्क
गुमला एसडीपीओ : 9431706202
गुमला सदर थाना : 9431706206
सिसई थाना : 9431706214
प्रभात खबर गुमला : 7004243637
रिपोर्ट: जगरनाथ