इस गांव में 10 साल से बिजली नहीं, फिर भी हर महीने आ रहा है हजारों रूपये का बिल
जिस पर उन्होंने जल्द समस्या का समाधान करने की बातें कही. ग्रामीणों ने बताया है कि इससे पूर्व भी कई बार बिजली विभाग के ऑफिस में आकर घटना की जानकारी दी थी. जिसके बाद भी हमेशा ऑफिस से आश्वासन मिलता है कि ठीक कर देंगे. गांव में बिजली भी आ जायेगी. और गलत तरीके से जो बिजली बिल आ रहा है. उसे ठीक कर दिया जायेगा. परंतु अभी तक ना तो बिजली का बिल आना रुका है. और ना ही गांव में बिजली आया है. अब हम लोग अंतिम बार बिजली ऑफिस आये है. अब हम लोग ना ही बिजली विभाग से संपर्क करेंगे. और ना ही अब हमें सरकार की नीतियों पर भरोसा है. एक तो हमारे गांव में 10 वर्षों से अंधेरा में है. प्रत्येक महीने बिजली का बिल आ रहा है.
घाघरा : प्रखंड के पुटो बरटोली में 10 वर्षों से बिजली नहीं है. परंतु प्रत्येक माह बिजली का बिल ग्रामीणों को आ रहा है. कई ग्रामीण तो कुछ माह बिजली का बिल भी जमा कर चुके हैं. इस डर से कि कहीं प्रशासन हमें बिजली का बिल भुगतान नहीं करने के आरोप में हमारे ऊपर कार्रवाई न कर दे. परंतु विभाग की लगातार लापरवाही के बाद ग्रामीण एकजुट होकर शुक्रवार को बिजली विभाग के ऑफिस में आकर लाइनमैन सुंदरदेव यादव से मुलाकात कर सारी समस्या को बतायी.
जिस पर उन्होंने जल्द समस्या का समाधान करने की बातें कही. ग्रामीणों ने बताया है कि इससे पूर्व भी कई बार बिजली विभाग के ऑफिस में आकर घटना की जानकारी दी थी. जिसके बाद भी हमेशा ऑफिस से आश्वासन मिलता है कि ठीक कर देंगे. गांव में बिजली भी आ जायेगी. और गलत तरीके से जो बिजली बिल आ रहा है. उसे ठीक कर दिया जायेगा. परंतु अभी तक ना तो बिजली का बिल आना रुका है. और ना ही गांव में बिजली आया है. अब हम लोग अंतिम बार बिजली ऑफिस आये है. अब हम लोग ना ही बिजली विभाग से संपर्क करेंगे. और ना ही अब हमें सरकार की नीतियों पर भरोसा है. एक तो हमारे गांव में 10 वर्षों से अंधेरा में है. प्रत्येक महीने बिजली का बिल आ रहा है.
गांव में लगभग 18 से 20 घर है. जिसमें सभी लोगों के नाम से 18000 का बिजली बिल आया है. ग्रामीण सुनील कुमार ने बताया कि 10 वर्ष पूर्व गांव में बिजली लगी थी. जो लगने के महज एक सप्ताह के बाद खराब हो गयी. जो अब तक बनायी ही नहीं गयी है. कई बार बनवाने के लिए ग्रामीण बिजली ऑफिस का चक्कर लगा चुके हैं. परंतु अभी तक गांव में बिजली नहीं आयी.
वहीं बिल प्रत्येक माह आ रहा है. इस संबंध में कनीय अभियंता सूरज दास ने कहा मैं ग्रामीणों से मिलूंगा. ऐसी घटना के लिए एक फॉर्मेट तैयार किया गया है. जिसे भर कर मुखिया से साइन करा कर जिला में जमा करना पड़ता है. ग्रामीणों से फॉर्मेट को भरा कर उनकी समस्या को दूर की जायेगी. मौके पर सुजीत उरांव, अजय उरांव, उमेश उरांव, विक्रम उरांव, प्रकाश उरांव व रोशन कुजूर सहित कई लोग मौजूद थे.