Jharkhand news: गुमला के स्कूलों में पढ़ने वाले अनुसूचति जाति (अजा), अनुसूचति जनजाति (अजजा) एवं पिछड़ा वर्ग (बीसी वन एवं टू) के वैसे विद्यार्थी, जिनका जाति प्रमाण पत्र नहीं बन सका है और जो अपना जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए कभी अंचल कार्यालय, तो कभी प्रज्ञा केंद्र का चक्कर लगा-लगाकर थक चुके हैं. इसके बावजूद जाति प्रमाण पत्र बनने में देरी हो रही है. ऐसे विद्यार्थियों के लिए खुशखबरी है. ऐसे विद्यार्थियों को अपना जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए अब ना तो अंचल कार्यालय जाने की जरूरत है और ना ही प्रज्ञा केंद्र का चक्कर लगाने की. जिन विद्यार्थियों का जाति प्रमाण पत्र नहीं बन सका है. अब वैसे विद्यार्थियों का उनके अपने ही स्कूल में जाति प्रमाण पत्र बनाया जायेगा.
2 से 20 मई तक स्कूलों में चलेगा अभियान
जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए विद्यार्थियों को पैसा भी लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. स्कूल में विद्यार्थियों का बिना पैसे ही नि:शुल्क जाति प्रमाण पत्र बनेगा. इसके लिए झारखंड सरकार द्वारा दिशा-निर्देश जारी किया गया है. जारी दिशा-निर्देश के आलोक में विद्यार्थियों का स्कूल में ही जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए 2 मई से 20 मई तक अभियान चलाया जायेगा.
अब विद्यार्थियों को नहीं होगी परेशानी
बता दें कि जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए विद्यार्थियों को सबसे पहले जाति प्रमाण पत्र का फार्म खरीदना पड़ता था. इसके बाद उस फार्म को अच्छी तरह से भरकर अंचल कार्यालय में हल्का कर्मचारी से सत्यापन कराना पड़ता था. इसके बाद प्रज्ञा केंद्र में जमा करना पड़ता था. फार्म प्रज्ञा केंद्र में जमा करने के बाद कई दिनों के बाद जाति प्रमाण पत्र मिलता था. इन सभी कामों को कराने के लिए विद्यार्थी स्कूल भी नहीं जा पाते थे. सिर्फ जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए विद्यार्थियों को पैसा लगाने के साथ काफी भाग-दौड़ भी करना पड़ता था. लेकिन, अब झारखंड सरकार ने विद्यार्थियों की इस समस्या का हल ढूंढ लिया है. अब विद्यार्थियों को इन समस्याओं से दो-चार नहीं होना पड़े.
1300 स्कूलों के विद्यार्थियों का बनेगा जाति प्रमाण पत्र
विद्यार्थियों का जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए जिले भर के 1300 से भी अधिक स्कूलों को चिह्नित किया गया है. जहां के विद्यार्थियों का जाति प्रमाण पत्र बनाने का काम होगा. स्कूल में ही विद्यार्थियों को जाति प्रमाण पत्र का फार्म उपलब्ध कराया जायेगा. फार्म भरने में दिक्कत होने पर स्कूल के शिक्षक विद्यार्थियों को फार्म भरने में मदद करेंगे. फार्म भराने के बाद हल्का कर्मचारी स्कूल में ही फार्म का सत्यापन करेंगे. इसके बाद स्कूल में ही विद्यार्थियों के जाति प्रमाण पत्र के फार्म को ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन इंट्री करेंगे. इससे विद्यार्थियों को जल्द ही जाति प्रमाण पत्र मिलेगा.
जाति प्रमाण पत्र के लिए अब विद्यार्थियों को नहीं होगी परेशानी
इस संबंध में गुमला के ई-डिस्ट्रिक मैनेजर अमर हुड़मारे ने कहा कि विद्यार्थियों का स्कूल में ही जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए झारखंड सरकार द्वारा आदेश जारी किया गया है. स्कूल में ही जाति प्रमाण पत्र बनने से विद्यार्थियों का पैसा और समय दोनों बचेगा. साथ ही जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए विद्यार्थियों को स्कूल भी नहीं छोड़ना पड़ेगा. स्कूलों में जाति प्रमाण पत्र बनाने का अभियान 2 मई से शुरू होकर 20 मई 2022 तक चलेगा.
रिपोर्ट : जगरनाथ, गुमला.