गुमला के कांग्रेस नेताओं में नहीं दिखी एकजुटता, पोस्टर फाड़ अभियान भी चला

राहुल गांधी के इंतजार में जो चेहरे मायूस व मुरझाये हुए नजर आ रहे थे, जैसे राहुल गांधी को देखे, लोग खुशी से झूम उठे. कांग्रेस नेताओं ने नारेबाजी की. कुछ महिला समूह स्वागत के लिए पारंपरिक वेशभूषा में पहुंचे थे.

By Prabhat Khabar News Desk | February 7, 2024 5:07 AM

दुर्जय पासवान, गुमला :

राहुल गांधी के कार्यक्रम में गुमला जिले के कांग्रेस नेताओं में एकजुटता नजर नहीं आयी. सभी नेता अलग-थलग नजर आयें. जरूर दिखावे के एक भीड़ में खड़े नजर आयें. इसके उदाहरण के लिए बसिया में कुछ नेताओं का फ्लैक्स लगा था. परंतु, एक नेता ने उन पोस्टरों को फाड़ कर फेंक दिया. उसके स्थान पर अपना पोस्टर लगाया, जो पूरे प्रखंड में चर्चा का विषय बना रहा. कुछ फ्लैक्स अस्पताल परिसर में भी लगा दिया गया था, जबकि अस्पताल प्रबंधन ने फ्लैक्स लगाने से मना किया था. इधर, राहुल गांधी से मिलने के लिए सुबह नौ बजे से ही लोग बसिया अस्पताल के समीप जुटे हुए थे. यहां तक कि स्कूली बच्चे भी सड़क के किनारे खड़े थे. परंतु, राहुल गांधी दिन के 12.13 बजे पहुंचे.

राहुल गांधी के इंतजार में जो चेहरे मायूस व मुरझाये हुए नजर आ रहे थे, जैसे राहुल गांधी को देखे, लोग खुशी से झूम उठे. कांग्रेस नेताओं ने नारेबाजी की. कुछ महिला समूह स्वागत के लिए पारंपरिक वेशभूषा में पहुंचे थे. राहुल का नगाड़ा की थाप व स्थानीय गीत के साथ स्वागत किया. राहुल गांधी जीप पर बैठ कर आये. इस दौरान व हाथ हिलाते हुए प्रेस काॅन्फ्रेंस स्थल में प्रवेश कर गये. प्रेस काॅन्फ्रेंस स्थल पर कई प्रकार के लजीज खाने-पीने की व्यवस्था थी. साथ ही यहां प्रवेश करने के लिए वीआइपी पास की जरूरत थी. इसलिए चुनिंदा पत्रकारों व कांग्रेस नेताओं को ही अंदर प्रवेश करने दिया गया. राहुल गांधी करीब डेढ़ घंटे तक लोगों से मिले. साथ ही कुछ नेताओं से लोकल समस्याओं पर बात की.

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इसके बाद दिन के दो बजे उन्होंने पत्रकारों के समीप उपस्थित होकर प्रेस काॅन्फ्रेंस किया. करीब आधा घंटे तक प्रेस कांफ्रेंस चला. फिर वे लोगों से मिलते हुए अपनी न्याय यात्रा के काफिला को सिमडेगा जिले की ओर लेकर बढ़े. प्रेस कांफ्रेंस कर जैसे राहुल गांधी सड़क पर निकले. टाना भगतों ने उनका स्वागत किया. हालांकि, जिला कमेटी के बीच तालमेल नहीं रहने से कई कांग्रेसी राहुल गांधी से नहीं मिल सके, जिससे जिले के वरिष्ठ कांग्रेस नेता नाराज नजर आयें. वरिष्ठ व गुमला जिले में नींव के रूप में माने जाने वाले नेताओं को भी दरकिनार कर दिया गया. इधर, राहुल गांधी के कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे.

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