सिसई. पुसो थाना क्षेत्र के हर्री नदी की तेजधारा में डूबने से हर्री गांव निवासी सोमरा उरांव (65) की मौत हो गयी. परिवार में कोई नहीं होने व नदी में डूब कर स्वाभाविक मौत होने के कारण स्थानीय ग्रामीणों व प्रबुद्धजनों द्वारा शव का पोस्टमार्टम नहीं कराने की बातें कही. समाचार लिखे जाने तक शव को नदी से निकाल कर मृतक के घर लाकर अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही थी.
साथ में मवेशी चरा कर लौट रही महिलाओं ने सोमरा के बहने पर हो-हल्ला मचाया. नजदीक में कोई पुरुष नहीं रहने के कारण मदद के लिए कोई नहीं आया. सूचना पर ग्रामीण घटनास्थल पहुंच कर सोमरा की तलाश की. परंतु शाम होने व नदी में अधिक पानी के कारण सफल नहीं हो पाये. बुधवार की अहले सुबह पानी कम होने पर ग्रामीणों ने सोमरा की खोजबीन शुरू की. सोमरा का शव करीब आधा किमी दूर मिला.
सोमरा व उसकी पत्नी गांव में अकेले रहते थे. उनका एक विकलांग बेटा कोलकाता में रहता है. ग्रामीणों ने बताया कि खेती का मौसम में मवेशियों को चराने के लिए लोग हर्री नदी के पार कर कोयल नदी किनारे के क्षेत्र में ले जाते हैं. बरसात के दिनों में अक्सर ग्रामीण पशुओं की जान को जोखिम डालकर नदी पार करते हैं. नदी व वज्रपात की चपेट में आने से ग्रामीणों को अक्सर जान माल का नुकसान उठाना पड़ता है.