घाघरा(गुमला).
घाघरा प्रखंड के अति उग्रवाद प्रभावित इलाका बिमरला व दीरगांव पंचायत के 20 गांवों के ग्रामीणों ने विधानसभा चुनाव में वोट बहिष्कार करने का निर्णय लिया था. प्रभात खबर ने समाचार को प्रमुखता के साथ प्रकाशित करते हुए ग्रामीणों की मांग को प्रशासन तक पहुंचाने का काम किया था. इसके बाद उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी के निर्देश पर बीडीओ दिनेश कुमार व थानेदार तरुण कुमार ग्रामीणों के साथ रविवार को सराईडीह गांव में बैठक कर लोगों को आश्वासन दिया. इसके बाद सभी ने वोट डालने पर सहमति जतायी. ज्ञात हो कि बीते मंगलवार को बीडीओ व थानेदार ग्रामीणों के साथ बैठक कर समझाने का प्रयास किया था. परंतु ग्रामीणों ने प्रशासन की एक न सुनी. इसके बाद उपायुक्त ने आठ सदस्यीय टीम को अपने पास वार्ता के लिए बुलाया. आठ सदस्यीय टीम उपायुक्त गुमला से वार्ता की. इसके बाद सभी ने आकर ग्रामीणों को समझाया. इसके बाद पुनः रविवार को उपायुक्त के आदेश पर बीडीओ व थानेदार ग्रामीणों के साथ बैठक की. बैठक में ग्रामीणों को आश्वासन दिया गया है कि सड़क बनायी जायेगी और जो भी मूलभूत सुविधाएं हैं, उसे जल्द से जल्द बहाल की जायेगी. उपायुक्त ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि वह खुद 28 नवंबर को क्षेत्र में आकर लोगों के मूलभूत सुविधाओं का अवलोकन करेंगे. मौके पर चांदनी देवी, मोहर यादव, परस भगत, चंपा देवी, बीरबल भगत, जमुना उरांव, बंदे मुंडा, जेम्स असुर, बेंजामिन कुजूर, महेश अगस्टीन कुजूर, देवनाथ मुंडा, रंजीत मिंज आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है