गुमला (कमलेश कुमार) : झारखंड के गुमला जिला के बसिया प्रखंड में इन दिनों एक लंगूर लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. यह लंगूर सड़क पर और उसके किनारे लगी दुकानों में घूम-घूमकर लोगों का मनोरंजन कर रहा है. छोटे-छोटे बच्चे इसके साथ खेलना चाहते हैं, लेकिन यह जंगली जीव उन्हें देखकर ही भाग जाता है. स्थानीय लोग इसे बिस्कुट और फल खिला रहे हैं. लोगों से मिले केले को यह कभी सड़क पर बैठकर खाता है, तो कभी किसी दुकान में पहुंच जाता है और वहां बैठकर खाने लगता है. स्थानीय लोग इसे हनुमान मानकर भोजन परोस रहे हैं. लोगों ने इसकी तस्वीरें खींची और वीडियो भी बनाये.
बसिया के कोनबीर में सड़कों पर घूम रहे इस लंगूर को लोगों ने धार्मिक आस्था से जोड़ दिया है. वहीं, बच्चों के लिए यह मनोरंजन का साधन बन गया है.
बसिया एवं आसपास के जंगलों में हनुमान प्रजाति के वानर नहीं पाये जाते. दूर-दराज के जंगलों से गांव और शहर में आ जाते हैं. हाल के वर्षों में इस प्रजाति के वानर को नहीं देखा गया.
आबादी के बीच हाइ-वे पर लंगूर की उपस्थिति से लोग हैरान हैं. इस बात का डर भी है कि वाहनों से इसे नुकसान न हो जाये.
जंगल से आये लंगूर ने अब तक कहीं कोई उत्पात नहीं मचाया है. न ही इसने अब तक किसी को परेशान किया है. लोगों के बीच घूम रहा है और घूम-घूमकर खा रहा है.
दुकानों में घूम-घूमकर यह लंगूर केले खा रहा है. दुकान में किसी सामान को नहीं छू रहा. आराम से टूल पर बैठकर खाता है और फिर वहां से निकल जाता है.
लंगूर बच्चों के लिए मनोरंजन का साधन बन गया है. यहां बच्चे इसके साथ खेलना चाहते हैं, लेकिन लंगूर बच्चों को देखते ही भाग जाता है.
लोगों का मानना है कि यह हनुमान का रूप हैं और लोगों के बीच आये हैं. इसलिए लोग उन्हें केले और भोजन आदि परोस रहे हैं. एक चप्पल-जूते की दुकान में काफी देर तक बैठा रहा और वहीं बैठकर उसने केले खाये.