बसिया-सिसई सड़क निर्माण के लिए बने अस्थायी कैंप पर हथियारबंद अपराधियों ने किया हमला
बसिया (गुमला)
. बसिया व सिसई प्रखंड को जोड़ने वाली सड़क निर्माण के लिए पोकटा गांव के समीप बनाये गये अस्थायी कैंप पर हथियारबंद अपराधियों ने हमला कर कई कर्मचारियों को पीटा व कई वाहनों के शीशे तोड़ दिये. घटना मंगलवार की सुबह छह से साढ़े छह बजे के बीच की है. बताया जा रहा है कि 10 से 12 की संख्या में हथियारबंद अपराधी आये और लेवी की मांग को लेकर सिसई व बसिया सड़क का निर्माण कार्य बंद करने की धमकी दी. घटना के वक्त कर्मचारी पोकटा गांव के समीप बन रहे हाई लेबल पुल निर्माण में काम करने जा रहे थे, तभी नारेकेला जंगल की ओर से पैदल पहुंचे अपराधियों ने पहले गाड़ी में बैठे ड्राइवरों को हथियार का भय दिखाकर खदेड़ा. फिर तीन वाहनों के शीशे तोड़ कर आग लगाने का प्रयास किया. प्रत्यक्षदर्शी कर्मचारियों ने बताया कि रोज की तरह मंगलवार को भी हम काम करने साइट पर पहुंचे थे. गार्ड अपने केबिन में था, तभी नकाबपोश अपराधी हथियार सटा कर गाली-गलौज करते हुए बोले कि तुम लोगों को काम बंद करने के लिए बोले थे. लेकिन तुम लोग नहीं सुने. डर से कई कर्मचारी वहां से भाग गये. इसके बाद अपराधियों ने गाड़ियों के शीशे तोड़ते हुए आग लगाने का प्रयास किया. बता दें कि सिसई से बसिया तक सड़क व हाई लेबल पुल का निर्माण 60 करोड़ रुपये से अधिक से हो रहा है.एसडीपीओ ने कहा:
हमले की सूचना के बाद बसिया एसडीपीओ नाजीर अख्तर घटनास्थल पहुंच कर मामले की जानकारी ली. एसडीपीओ ने बताया कि विनोद जैन कंस्ट्रक्शन को पहले ही धमकी मिली थी. इसके बाद पुलिस फोर्स उपलब्ध कराया गया था. जब से धमकी मिली थी, तब से सुबह जब काम शुरू होता था, तो सुबह से शाम तक वहां पुलिस फोर्स तैनात रहते थे. मंगलवार की सुबह पुलिस को बिना बताये उनके कर्मचारी काम पर पहुंच गये. इसके बाद कुछ स्थानीय युवकों ने उन पर हमला कर तोड़-फोड़ कर दिया. इसमें उग्रवादी हमले की कोई बात नहीं है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है