रांची : रांची के एक बड़े व्यापारी की हत्या की योजना बनाने वाले परमेश्वर गोप उर्फ प्रेम गोप को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. परमेश्वर गोप झारखंड में सक्रिय उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआइ) का जोनल कमांडर है. वह पीएलएफआइ के सर्वेसर्वा दिनेश गोप के सीधे संपर्क में रहता है. साथ ही जेल से आपराधिक गतिविधियों को संचालित करने वाले सुजीत सिन्हा और अमन कुमार के भी संपर्क में था.
रांची के वरीय पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सुरेंद्र कुमार झा ने शुक्रवार (21 अगस्त, 2020) को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके परमेश्वर गोप उर्फ प्रेम गोप की गिरफ्तारी के बारे में पत्रकारों को जानकारी दी. श्री झा ने बताया कि 15 अगस्त को बोड़या रोड के दिव्यायन चौक के पास स्थित वृंदावन कंस्ट्रक्शन के गोदाम में हुई फायरिंग के लिए कार्बाइन और कारतूस परमेश्वर ने ही उपलब्ध कराये थे. इस गोलीकांड में सुजीत सिन्हा का भी हाथ बताया जाता है.
एसएसपी ने बताया कि सुजीत सिन्हा के कहने पर ही उसके गिरोह के सदस्यों को परमेश्वर ने हथियार और कारतूस उपलब्ध करवाये थे. उन्होंने बताया कि 19 अगस्त को ही उन्हें सूचना मिली थी कि प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ का जोनल कमांडर परमेश्वर गोप उर्फ प्रेम गोप टाटीसिल्वे थाना क्षेत्र में कहीं किराये के मकान में गुप्त रूप से रह रहा है. वहीं से वह जमशेदपुर के घाघीडीह जेल में बंद सुजीत सिन्हा और पलामू के जेल में बंद हरि तिवारी के संपर्क में है.
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सुजीत सिन्हा और हरि तिवारी के कहने पर उनके गुर्गों की मदद से रांची के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में व्यवसायियों एवं जमीन कारोबारियों को जान से मारने की धमकी देता है और दहशत फैलाकर रंगदारी वसूलने की योजना बनाता है. सूचना के सत्यापन एवं छापामारी के लिए उन्होंने रांची के सिटी एसपी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया. इस टीम ने परमेश्वर गोप उर्फ प्रेम गोप के गुप्त ठिकाने का पता लगाया और छापामारी कर उसे धर दबोचा.
परमेश्वर गोप मूल रूप से गुमला का रहने वाला है. उसके पिता का नाम पीतांबर गोप उर्फ सितम्बर गोप है. वह पालकोट थाना क्षेत्र के बनटोली गांव का रहने वाला है. उसके खिलाफ गुमला जिला के पालकोट, बसिया, रायडीह और गुमला थाना में सीएलए एक्ट और आर्म्स एक्ट के तहत कम से कम 27 केस दर्ज हैं. पुलिस ने परमेश्वर गोप उर्फ प्रेम गोप की गिरफ्तारी पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित करने का प्रस्ताव तैयार किया था. इसके पहले ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
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परमेश्वर गोप की गिरफ्तारी के लिए जो टीम बनायी गयी थी, उसमें कोतवाली थाना के डीएसपी अजित कुमार विमल, रांची के साइबर सेल की डीएसपी यशोधरा, कोतवाली के थाना प्रभारी बृज कुमार, कोतवाली थाना के ही बृजेश कुमार, टाटीसिल्वे थाना के मिथुन कुमार, रांची के टेक्निकल शाखा के बलेंद्र कुमार, छापामारी दस्ता के वरीय पुलिस अधीक्षक प्रवीण तिवारी, कोतवाली डीएसपी के अंगरक्षक मनोज प्रसाद यादव, कोतवाली के डीएसपी आशुतोष कुमार खां और 11 क्यूआरटी के वरीय पुलिस अधीक्षक नवीन कुमार तिवारी शामिल थे.
Posted By : Mithilesh Jha