पुलिस को मिली बड़ी सफलता, दो लाख का इनामी एरिया कमांडर दिनू मारा गया
बिशुनपुर थाना के कठठोकवा जंगल के समीप मंगलवार की दोपहर में पुलिस व भाकपा माओवादियों के बीच एक घंटा मुठभेड़ हुई थी.
दुर्जय पासवान
बिशुनपुर : बिशुनपुर थाना के कठठोकवा जंगल के समीप मंगलवार की दोपहर में पुलिस व भाकपा माओवादियों के बीच एक घंटा मुठभेड़ हुई थी. जिसमें भाकपा माओवादी का एरिया कमांडर पेशरार छापरटोली के दिनू उरांव उर्फ दिनेश्वर उरांव मारा गया. उसके ऊपर दो लाख रुपये का इनाम था. जबकि कई नक्सली घायल हुए हैं, जो भागने में सफल रहे. मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने बंदूक, गोली व विस्फोटक बरामद किया है.
गुमला एसपी अंजनी कुमार झा ने दावा किया है कि इस मुठभेड़ में कई नक्सली घायल हुए हैं. क्योंकि मुठभेड़ के बाद जब पुलिस ने जांच की तो मौके पर जगह-जगह खून के धब्बे थे. एसपी ने बताया कि मृतक दिनू पर नौ मामले दर्ज है. वह कई बड़ी घटनाओं में शामिल रहा है. सरकार ने उसके ऊपर दो लाख रुपये का इनाम घोषित किया था.
उन्होंने कहा कि मंगलवार को पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि कठठोकवा जंगल के समीप रिजनल कमांडर रविंद्र गंझू अपने दस्ते के साथ बैठक कर रहा है. इस सूचना पर पुलिस कठठोकवा जंगल के लिए रवाना हुई. जैसे ही सुरक्षा बल पहुंचे, नक्सलियों ने फायरिंग कर दी. पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई कर एक नक्सली को मार गिराया है. मुठभेड़ में एएसपी बृजेंद्र कुमार मिश्रा, सीआरपीएफ के निरीक्षक जीतेंद्र कुमार, सैट-11, 12, 13 के जवान व गुमला जिला पुलिस बल थे.
मुठभेड़ स्थल से बरामद सामान
जिंदा गोली 105 पीस, खोखा पांच पीस, राइफल एक पीस, राइफल का चार्जर चार पीस, केन बम चार पीस, इलेक्ट्रीक डेटोनेटर तार 15 पीस, इलेक्ट्रीक तार 100 मीटर, नक्सली साहित्य पांच पीस, एक्सप्लोडर बैट्री व तार एक पीस, डिजिटल मल्टीमीटर एक पीस, सिरिज बम बनाने हेतु तार लगा सिरिंच छोटा बड़ा 20 पीस, लाइटर सात पीस, चाकू सात पीस, आईईडी बनाने का छोटा बड़ा पेचकस तीन पीस, गिलास एक, छोटा बड़ा कैंची चार, स्केल एक, पेंसिल बैट्री सात, फ्लैश कैमरा एक, हाई वोल्टेज बैट्री, टार्च तीन, वॉकी टॉकी का चार्जर एक, पावर बैंक दो, सोनी कंपनी का रेडियो एक, मोबाइल चार्जर का तार एक, कंबाईड टोपी एक, गोली पौच एक, जनमुक्ति छापामार सेना लिखा हुआ काली टोपी एक, वर्दी का काला पैट एक, फर्स्ट एड सामान तीन, पिटठू बैग जिसमें वर्दी, सिविल ड्रेस रखा हुआ पांच और रोल किया हुआ चटाई तीन पीस बरामद हुआ है.
कम उम्र में ही ले गए थे नक्सली अपने दस्ते में
मृतक नक्सली के पिता बुधराम भगत ने कहा कि नक्सली उसके गांव आये थे. उसके बाद दिनू को कम उम्र में ही अपने दस्ते में ले गये. तब से दिनू दस्ते में था और हथियार ढोकर चलता था. वह घर बहुत कम आता था. दिनू नक्सली बनना नहीं चाहता था. परंतु जबरन उसे पूर्व के जो कमांडर थे. वे उठाकर ले गये थे.