गुमला में पुलिस करायेगी फुटबॉल मैच, बंदूक का जवाब फुटबॉल से देने की हो रही है तैयारी
नक्सलियों की बंदूक का जवाब अब फुटबॉल से दिया जायेगा. इसके लिए गुमला पुलिस ने नक्सल को कम करने के लिए योजना बनायी है. नक्सलियों के गढ़ में गुमला पुलिस फुटबॉल मैच करायेगी
नक्सलियों की बंदूक का जवाब अब फुटबॉल से दिया जायेगा. इसके लिए गुमला पुलिस ने नक्सल को कम करने के लिए योजना बनायी है. नक्सलियों के गढ़ में गुमला पुलिस फुटबॉल मैच करायेगी. इसमें गांव के खिलाड़ी टीम बनाकर लेंगे. गुमला जिला में 18 थाना है. जिसमें 10 थाना शुद्ध रूप से नक्सलियों के गढ़ में स्थित है. इन सभी 18 थानों में गुमला पुलिस द्वारा फुटबॉल मैच कराया जायेगा. इसकी तैयारी शुरू कर दी गयी है.
नक्सलियों को जवाब देने के अलावा गुमला पुलिस की छवि को जनता के समक्ष बेहतर रूप से प्रस्तुत करने के लिए भी फुटबॉल मैच का आयोजन अहम कड़ी होगी. फुटबॉल के अलावा नक्सल प्रभावित गांव के युवाओं को सेना व पुलिस में भर्ती के लिए गुमला पुलिस द्वारा नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जायेगा. गुमला के चंदाली पुलिस लाइन में प्रशिक्षण की व्यवस्था की गयी है. इसके लिए कोई भी युवा अपने नजदीक के थाना से संपर्क कर प्रशिक्षण के लिए अपना नाम दर्ज करा सकते हैं. नक्सल ए श्रेणी गुमला जिला में पुलिस की यह पहल बदलाव की बयार लायेगी.
इन्हें मिली जिम्मेवारी :
फुटबॉल मैच के सफल आयोजन व युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए पुलिस अधीक्षक द्वारा अभियान एसपी मनीष कुमार एवं सर्जेंट मेजर प्रणव कुमार को जिम्मेदारी सौंपी है. ताकि इनके द्वारा पूरे कार्यक्रम को सफल बनाया जा सके. प्रणव कुमार ने कहा है कि गुमला जिले में युवाओं के भटकाव को रोकने के लिए यह प्रयास एक मील का पत्थर साबित होगा.
एसपी खुद पहुंच रहे नक्सली कमांडरों के घर :
गुमला के एसपी डॉ एहतेशाम वकारीब खुद नक्सली कमांडरों के घर पहुंच रहे हैं. नक्सली कमांडरों के परिजनों से जनसंवाद स्थापित कर नक्सलियों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए पहल कर रहे हैं. पनसो निवासी भाकपा माओवादी के एरिया कमांडर पांच लाख के इनामी लजीम अंसारी के घर एसपी गये थे. लजीम के परिवार से बात की. एसपी ने परिजनों से कहा है कि लजीम को सरेंडर कराये. ताकि वह अपने परिवार व समाज के साथ सुरक्षित रह सकें.