गुमला : झारखंड राज्य पशुपालन विभाग के तीन सदस्यीय टीम ने कुकुट विकास योजना अंतर्गत सदर प्रखंड गुमला के बैरटोली में निर्माणधीन भवन का निरीक्षण किया. निरीक्षण में विभाग के निदेशक शशिप्रकाश झा, उपनिदेशक डॉक्टर मीनू शरण एवं विभाग के झारखंड नोडल पदाधिकारी मनोज कुमार तिवारी शामिल थे.
बतातें चले कि राज्य सरकार झारखंड महिला पॉल्ट्री सहकारी समिति से मिलकर बैरटोली में कुकुट विकास योजना के तहत मुर्गीपालन को बढ़ावा देने की योजना बनायी है. योजना के क्रियान्वयन के लिए सरकार ने 50 करोड़ नौ लाख रुपये का बजट बनाया है. जिसमें सरकार द्वारा 39.57 करोड़ रुपये वहन किया जायेगा. जबकि शेष राशि झारखंड महिला पॉल्ट्री सहकारी समिति द्वारा लगाया जाना है.
योजना के तहत 600 महिलाओं को अंडा उत्पादन से जोड़ा जायेगा. साथ ही प्रतिदिन 200 मिट्रिक टन ब्रीडर मुर्गी उत्पादन करने सहित मुर्गीपालन संबंधित कई योजनाओं पर कार्य होना है. वहीं योजना के क्रियान्वयन को लेकर वित्तीय वर्ष 2017-18 में कार्य शुरू हुआ है. जिसे वित्तीय वर्ष 2018-19 में पूर्ण हो जाना था. परंतु कार्य अब तक पूर्ण नहीं हुआ है. वहीं भवन निर्माण कार्य में भी अनियमितता बरता गया है.
इधर, निरीक्षण के बाद निदेशक शशि प्रकाश झा ने बताया कि योजना के कार्य की गति काफी धीमी है. उन्होंने बताया कि संवेदक से बात करने पर संवेदक ने बताया कि भवन निगम द्वारा अब तक भवन का प्रिंट उपलब्ध नहीं कराया गया है. जिस कारण कार्य में देरी हो रही है. वहीं निरीक्षण में टीम ने पाया कि वर्तमान में जो भवन बना है. उसका प्लींथ काफी नीचे है.
उसमें सुधार की आवश्यकता है. निदेशक ने बताया कि योजना दो वर्ष पीछे चल रहा है. निरीक्षण में जांच कर लिया गया है. रिपोर्ट स्टेट में सौंपा जायेगा. योजना के शुरू होने में हो रही देरी के कारणों की समीक्षा की जायेगी. ताकि जल्द ही जल्द योजना पूर्ण हो सके. उन्होंने कहा कि योजना में सरकार की बड़ी राशि खर्च हो रही है. इससे स्थानीय लोग लाभान्वित होंगे.