Prabhat Khabar Impact: 4 अनाथों बच्चों को मिला सहारा, गुमला में नाबालिग खुशबू को सतवंती ने लिया गोद

प्रभात खबर में छपे समाचार का असर हुआ है. अनाथ चार बच्चों को सहारा मिल गया है. गुमला के घाघरा प्रखंड अंतर्गत सरांगो नवाटोली गांव में रहने वाले चारों बच्चों की मदद के लिए कई लोग एवं संस्थान आगे आया. वहीं, जिला परिषद सदस्य सतवंती देवी एक नाबालिग को गोद ली है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 22, 2022 6:47 AM

Prabhat Khabar Impact: गुमला में आज भी कई ऐसे लोग हैं जिनका दिल दूसरों के लिए धड़कता है. अनाथ भाई-बहनों की मार्मिक न्यूज प्रभात खबर में छपने के बाद ऐसे ही दिलदार लोग इन बच्चों के सहयोग के लिए आगे आये हैं. प्रबुद्ध लोगों के अलावा कई संस्थान के साथ-साथ जनप्रतिनिधि व समाजसेवी आगे आ रहे हैं. प्रभात खबर में चार अनाथ नाबालिग बच्चों की खबर छपी थी. जिसके बाद गुरुवार को जिला परिषद सदस्य सतवंती देवी, उपप्रमुख शिवा देवी, भाजयुमो प्रखंड अध्यक्ष आशीष सोनी, अमित ठाकुर, मुखिया राजेश बड़ाइक मिलने पहुंचे. बच्चों को 50 किलो चावल दिया गया. वहीं, सभी बच्चों से बैठ कर बात की. इस दौरान बच्चों ने कहा हम मजबूरी में ईंट भट्ठा काम करने के लिए जाते हैं. हम यदि ईंट भट्ठा नहीं जायेंगे तो खाने के लिए कुछ भी नहीं होगा.

जिला परिषद सदस्य सतवंती देवी ने लिया गोद

बड़ी बहन सुजीता कुमारी ने कहा मैं अकेले घर पर रह लूंगी. मेरे भाई-बहनों को अच्छा भविष्य मिले. वह पढ़-लिखकर अच्छा नागरिक बने. ऐसी व्यवस्था कर दीजिए. जिसके बाद सुजीत उरांव को पढ़ाई के लिए टाना भगत आवासीय विद्यालय नवडीहा में नामांकन कराने की बात कही गयी. वहीं, बड़ी बहन सुजीता कुमारी को ब्यूटीशियन एवं सिलाई सीखने के लिए संस्थानों से बात कर सिखाने का निर्णय लिया गया. पढ़ने में इच्छा न जताने वाली खुशबू को सतवंती देवी ने गोद लिया और कहा यह पढ़ना नहीं चाहती है. लेकिन, मैं इसे अपने घर में रख कर समझाऊंगी और इसे घाघरा स्थित विद्यालय में नामांकन कराकर पढ़ाई करवाउंगी. खुशबू के रहने, खाने एवं पढ़ाने के साथ-साथ शादी विवाह तक का जिम्मा मैं लेती हूं. जिसके बाद खुशबू सतवंती देवी के साथ उसके घर आयी.

अब मेरी तीन बेटी है

यहां बता दें कि सतवंती देवी की पहले से दो बेटी है. गोद लेने के बाद सतवंती का कहना है कि अब मेरी तीन बेटी है. जैसे मैं अपने दो बेटियों की परवरिश की हूं. उसी तरह खुशबू की भी परवरिश करूंगी और इसे पढ़ाने का पूरा प्रयास किया जायेगा.

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निशा का नामांकन हुआ

सबसे छोटी बच्ची नौ वर्षीय निशा कुमारी का नामांकन किसी विद्यालय में नहीं हो रहा था. क्योंकि उसके पास आधार कार्ड नहीं था. खबर छपी की निशा पढ़ना चाहती है. लेकिन, आधार कार्ड उसकी पढ़ाई में बाधक बन रहा है. जिसके बाद गांव के ही सरकारी विद्यालय में निशा का नामांकन चौथी कक्षा में कर दिया गया. निशा स्कूल का ड्रेस पहन कर काफी खुश नजर आयी. मानो ऐसा लग रहा था कि वर्षों का सपना निशा का पूरा हुआ.

विकास भारती भी आया सामने

खबर छपने के बाद विकास भारती भी मदद के लिए आगे आया. चाइल्ड लाइन विकास भारती, बिशुनपुर द्वारा स्पॉन्सरशिप योजना के तहत जोड़कर स्कूल जाने वाले बच्चों को प्रतिमाह दो हजार स्कॉलरशिप देने की बात कही. विकास भारती के कोऑर्डिनेटर बिंदेश्वर पासवान, कलेश्वर उरांव व हिरण नायक बच्चों से मिलने पहुंचे और योजना की जानकारी दी. साथ ही यह भी बताया कि बाल कल्याण समिति में सभी बच्चों को लेकर जाना है. जिसके बाद और भी सुविधा दिलाया जाएगा.

उप प्रमुख ने मदद को आयी आगे

उप प्रमुख शिवा देवी ने खुशबू को कपड़ा सहित कई जरूरत के सामान मुहैया कराने की बात कही. साथ ही उन्होंने कहा कभी भी बच्चियों को किसी भी मूलभूत सुविधा की आवश्यकता होगी. उसे तुरंत पूरा किया जाएगा.

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प्रभात खबर को दिया धन्यवाद

बड़ी बच्ची सुजीता कुमारी ने प्रभात खबर को धन्यवाद देते हुए कहा है कि हमारी स्थिति काफी दयनीय थी. कोई भी हमें पूछने वाला नहीं था. पर प्रभात खबर की पहल से अब मेरी बहन का विद्यालय में नामांकन हो गया है. मेरे भाई का टाना भगत आवासीय विद्यालय में नामांकन की बात भी कही गयी. मेरी एक बहन खुशबू को जिला परिषद सदस्य सतवंती देवी द्वारा गोद लिया गया और मुझे भी सिलाई व ब्यूटीशियन सीखने का मौका मिलने वाला है.

Posted By: Samir Ranjan.

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