प्रभात खबर इंपैक्ट: छात्राओं से चावल की बोरी ढुलाई मामले की डीईओ ने की जांच, वार्डेन व सप्लायर को शोकॉज
डीईओ ने बताया कि वार्डेन द्वारा सीओ चैनपुर को सड़क के लिए आवेदन दिया गया है. कच्ची सड़क होने के कारण गाड़ी स्कूल तक नहीं पहुंच पायी. स्कूल के गार्ड द्वारा चावल को गाड़ी से ढोकर स्कूल तक लाया जा रहा था. इतना देखते ही विद्यालय की छात्राओं ने स्वेच्छा से मदद की थी.
गुमला, दुर्जय पासवान: प्रभात खबर में छपी खबर का असर हुआ है. झारखंड आवासीय विद्यालय चैनपुर की स्कूली छात्राओं से मजदूरी कराने के मामले मंत्री चंपई सोरेन ने संज्ञान लेते हुए मामले की जांच का निर्देश दिया है. मंत्री के संज्ञान लेने के बाद गुमला उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने गुमला डीईओ सुनील शेखर कुजूर को जांच कर रिपोर्ट मांगी है. डीसी के निर्देश के बाद शनिवार को डीईओ सुनील शेखर चैनपुर प्रखंड में स्कूल पहुंचकर जांच की. जांच टीम में कस्तूरबा स्कूल के प्रभारी आदित्य राज भी थे. डीईओ द्वारा वार्डेन एवं सप्लायर को शोकॉज किया गया है. उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट उपायुक्त को सौंपी जायेगी. विद्यालय की छात्राओं से पूछा गया. जिसमें छात्राओं ने अपनी स्वेच्छा से ही सिर पर चावल ढोकर लाने की बातें कहीं.
मामले की करायी जाएगी जांच
वार्डेन द्वारा पत्रकारों से बात करते हुए शिक्षा अधिकार अधिनियम कानून की जानकारी नहीं होने की बात पर उन्होंने कहा कि वार्डेन से पूछने पर इस तरह की कोई बयान नहीं दिया गया है. जिस पर पत्रकारों ने साक्ष्य होने की बातें कहीं तो उन्होंने कहा कि इस विषय पर भी जांच कर कार्रवाई जायेगी. डीईओ ने बताया कि शुक्रवार को बारिश हुई थी. कच्चा रास्ता है. रास्ते में किसी व्यक्ति का व्यक्तिगत जमीन पड़ता है जो गाड़ी को अंदर आने के लिए अनुमति नहीं दे रहा था.
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छात्राओं ने अपनी स्वेच्छा से ही की थी मदद
डीईओ ने बताया कि वार्डेन द्वारा सीओ चैनपुर को सड़क के लिए आवेदन दिया गया है. कच्ची सड़क होने के कारण गाड़ी स्कूल तक नहीं पहुंच पायी. जिस समय स्कूल के गार्ड द्वारा चावल को गाड़ी से ढोकर स्कूल तक लाया जा रहा था. इतना देखते ही विद्यालय की छात्राओं ने अपनी स्वेच्छा से ही मदद के नाम पर ट्रक से स्कूल तक चावल को ढोकर लायी हैं. उन्होंने कहा कि स्कूल की वार्डेन को सख्त निर्देश दिया है कि किसी भी परिस्थिति में स्कूली छात्राओं से काम नहीं करवाना है. वह यहां पढ़ने आते हैं. उन्हें सिर्फ यहां पढ़ाई करनी है.
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डीसी ने जांच रिपोर्ट देने का दिया निर्देश
डीसी कर्ण सत्यार्थी ने कहा है कि मामले को संज्ञान लेते हुए डीईओ को 24 घंटे के अंदर जांच प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया है. साथ ही संबंधित विभाग को सड़क के लिए डीपीआर बनाने के लिए कहा गया है.
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क्या है पूरा मामला
झारखंड आवासीय विद्यालय चैनपुर की वार्डेन लिली ग्रेस द्वारा एक किलोमीटर दूर से स्कूली छात्राओं से सिर पर चावल की बोरी की ढुलाई करायी गयी थी. स्कूल तक ट्रक घुसने के लिए सड़क नहीं होने के कारण ट्रक सड़क पर ही खड़ा कर दिया गया था. सड़क से स्कूल तक चावल ढोने के लिए के लिए मजदूरों को ना बुलाकर स्कूली छात्राओं को ही मजदूर बनाकर काम करवाया गया था. ज्ञात हो कि झारखंड आवासीय विद्यालय कस्तूरबा स्कूल में सुदूरवर्ती पठारी क्षेत्र की अत्यंत गरीब छात्राएं पढ़ती हैं. परंतु, यहां की वार्डेन द्वारा मजदूरों की तरह काम कराया जा रहा है. बच्चों से काम कराने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होते ही लोगों ने मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की थी.