Jharkhand News: प्रभात खबर में छपी खबर का असर हुआ. झारखंड के मंत्री चंपई सोरेन ने IED ब्लास्ट से मृत रामदेव मुंडा की कैंसर पीड़ित पत्नी के इलाज एवं तीन बेटों को पढ़ाई में मदद करने का गुमला डीसी को निर्देश दिया है. मंत्री ने कहा है कि इस परिवार की मदद करे. इस परिवार को अधिकतम जन कल्याण की योजनाओं से जोड़ते हुए यह सुनिश्चित करें कि बच्चों की पढ़ाई जारी रहे. मृतक की पत्नी फुलमनी देवी के कैंसर के इलाज के लिए जरूरी इंतजाम करें. अगर जरूरी हो तो मुख्यमंत्री असाध्य रोग योजना के तहत इनकी चिकित्सा की व्यवस्था करें.
मृतक की पत्नी कैंसर से पीड़ित, इलाज के लिए नहीं है पैसे
बता दें कि गुमला जिले के कुरूमगढ़ थाना स्थित केरागानी जंगल में 14 जुलाई, 2021 को भाकपा माओवादी द्वारा जंगल में बिछाये गये आइइडी ब्लास्ट में बारडीह गांव के किसान रामदेव मुंडा (40 वर्ष) की मौत हो गयी थी. रामदेव की मौत के बाद नक्सली घटना को देखते हुए प्रशासन ने मृतक के बड़े बेटे को सरकारी नौकरी, मुआवजा एवं परिवार को सरकारी सुविधा देने का वादा किया था. परंतु, गुमला प्रशासन द्वारा मात्र 20 हजार रुपये रामदेव के अंतिम संस्कार, पत्नी को विधवा पेंशन और राशन कार्ड बनवा कर दिया. इसके बावजूद अभी तक बेटे को सरकारी नौकरी नहीं मिली है. न ही किसी प्रकार का नकद मुआवजा राशि दी गयी. अभी मृतक की पत्नी फुलमनी देवी कैंसर बीमारी से पीड़ित हो गयी है. घर में पैसे नहीं है. जिस कारण इलाज संभव नहीं है. गरीबी के कारण बच्चों की पढ़ाई भी बंद होने वाली है.
बेटे को मिलेगी नौकरी, प्रक्रिया में है : एसपी
इधर, गुमला के पुलिस अधीक्षक डॉ एहतेशाम वकारीब ने मामले को गंभीरता से लिया. एसपी पीड़ित परिवार से अपने कार्यालय में मिले. उनकी समस्याओं से अवगत हुए. मृतक रामदेव मुंडा के पुत्र ने बताया कि एसपी ने कहा है कि नौकरी मिलेगी. अभी प्रक्रिया में है. मां की बीमारी के संबंध में भी एसपी ने हालचाल जाना. एसपी ने अपने स्तर से हर संभव मदद का भरोसा परिवार को दिया है.
रिपोर्ट : दुर्जय पासवान, गुमला.