Jharkhand news, Gumla news : गुमला (दुर्जय पासवान) : मानव तस्करों द्वारा दिल्ली में बेची गयी पालकोट प्रखंड की 14 वर्षीय लड़की को बसिया अनुमंडल की पुलिस ने सकुशल वापस पालकोट लेकर पहुंची. मानव तस्कर लड़की को दिल्ली में बेच दिया था. वहां लड़की प्रताड़ित हो रही थी. प्रभात खबर ने लड़की के बेचने एवं प्रताड़ित करने संबंधी खबर 22 अक्तूबर, 2020 को प्रकाशित हुई थी.
प्रभात खबर की इस पहल के बाद एक घर से लड़की को मुक्त कराया गया और उसे दिल्ली के निर्मल छाया में रखा गया. इधर, गुमला जिला पुलिस हरकत में आयी और गुमला एसपी एचपी जनार्दनन के दिशा- निर्देश पर एसडीपीओ दीपक कुमार ने एक पुलिस टीम गठित कर दिल्ली भेजी. टीम दिल्ली गयी और लड़की को रविवार को लेकर गुमला के पालकोट थाना पहुंची. अपने प्रखंड पहुंचने के बाद लड़की खुश थी. वहीं, वृद्ध दादी एवं छोटा भाई भी खुश नजर आये. पोती के वापस आने की सूचना पर दादी पालकोट थाना पहुंची. जहां अपनी पोती को देखकर उसके खुशी का ठिकाना नहीं था.
पालकोट थाना परिसर में बसिया अनुमंडल के एसडीपीओ दीपक कुमार ने प्रेस कॉफ्रेंस किये. उन्होंने बताया कि विगत दिनों पालकोट थाना के नागोटोली गांव की 14 वर्षीय नाबालिग लड़की को दिल्ली में दलाल के द्वारा बेचने का मामला प्रकाश में आया था. गुमला एसपी एचपी जनार्दनन के आदेशानुसार बसिया अनुमंडल एसडीपीओ के द्वारा टीम बनाकर नाबालिग को दिल्ली लाने के लिए पालकोट थाना के प्रशिक्षु दारोगा अजय महतो एवं गुमला महिला थाना के 2 प्रशिक्षु दारोगा प्रियंका तिर्की एवं खुशबू वर्मा को भेजा गया. जिसके बाद रजौरी गार्डन थाना के अधिकारियों से मिलकर बच्ची को सकुशल परिवारजनों से मिलाया गया.
Also Read: बैंक अधिकारी बन कर ठगी करने वाला 2 साइबर क्रिमिनल करमाटांड से गिरफ्तार, मोबाइल व सिम कार्ड बरामद
इस दौरान खूंटी एवं गुमला के सीडब्ल्यूसी अधिकारियों ने प्रशासन का हर संभव बच्ची को खोजने में मदद किये. दिल्ली में बचपन बचाओ आंदोलन के सहयोग से निर्मल छाया केंद्र में रखा गया. इस महत्वपूर्ण कार्य करने में प्रभात खबर की बहुत ही अहम भूमिका रही है. तत्काल कार्रवाई करते हुए बच्ची को दिल्ली से अपने घर लाया गया. पत्रकारों से बात करते हुए एसडीपीओ ने कहा कि आरोपी रंजीत लोहरा उर्फ अजीत लोहरा थाना रायडीह साकिन जमगई का रहने वाला है. वह दिल्ली में प्लेसमेंट एजेंसी चलाता है. उसके ठिकानों में छापेमारी की गयी है, लेकिन वह अभी फरार है.
इधर, पुलिस उक्त बच्ची को कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में नामांकन कर पढ़ाई करवाने की बातें कही. बच्ची को दिल्ली में नौकरी दिलाने के नाम पर एक साल पहले ठग कर ले जाया गया था. बसिया अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दीपक कुमार ने कहा कि जो लोग मानव तस्करी के काम में लगे हैं और गांव के सीधे- साधे बच्चों को बहका कर अन्य जगह ले जाते हैं. गांव के लोग उनकी खबर पुलिस को दे. उनका नाम एवं मोबाइल नंबर गुप्त रखा जायेगा.
Posted By : Samir Ranjan.