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प्रभात खबर पड़ताल : 10 दिनों से गांव में घूमता रहा संक्रमित युवक, रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद सील किया गया गांव

गुमला प्रखंड के बसुवा पतराटोली गांव में कोरोना संक्रमित युवक 10 दिनों से घूम रहा था. परंतु किसी को पता नहीं चला कि वह संक्रमित है. गुरुवार की रात को जब युवक का सैंपल पॉजिटिव आया तो प्रशासन की नींद उड़ी और सभी हरकत में आये. प्रशासनिक अधिकारी व स्वास्थ्य विभाग की टीम गुरुवार की रात को ही पतराटोली गांव पहुंची और संक्रमित युवक को गुमला ले आयी. युवक को अभी कोविड-19 वार्ड गुमला अस्पताल में रखा गया है. किस प्रकार युवक गुमला से भागकर गांव पहुंचा, पढ़ें, गुमला से दुर्जय पासवान की रिपोर्ट...

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 5, 2020 10:08 PM

गुमला प्रखंड के बसुवा पतराटोली गांव में कोरोना संक्रमित युवक 10 दिनों से घूम रहा था. परंतु किसी को पता नहीं चला कि वह संक्रमित है. गुरुवार की रात को जब युवक का सैंपल पॉजिटिव आया तो प्रशासन की नींद उड़ी और सभी हरकत में आये. प्रशासनिक अधिकारी व स्वास्थ्य विभाग की टीम गुरुवार की रात को ही पतराटोली गांव पहुंची और संक्रमित युवक को गुमला ले आयी. युवक को अभी कोविड-19 वार्ड गुमला अस्पताल में रखा गया है. किस प्रकार युवक गुमला से भागकर गांव पहुंचा, पढ़ें, गुमला से दुर्जय पासवान की रिपोर्ट…

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युवक जब संक्रमित मिला तो शुक्रवार की सुबह प्रशासन ने पतराटोली गांव को सील कर दिया. साथ ही गांव में जितने भी घर हैं. सभी को सैनिटाइज किया गया है. संक्रमित युवक के परिवार व पड़ोसियों को होम कोरेंटिन कर दिया गया है. गांव के 23 लोगों को होम कोरेंटिन किया गया है. वहीं आसपास के गांव के लोगों के पतराटोली गांव में प्रवेश पर रोक लगा दिया गया है.

10 दिनों तक प्रशासन बेखबर रही

जानकारी के अनुसार युवक गुजरात में काम करता था. वह बस के माध्यम से 24 मई को गुमला आया था. इसके बाद उसका सैंपल 24 मई को गुमला अस्पताल में लिया गया था. सैंपल लेने के बाद उसे कोरेंटिन सेंटर गुमला में रखा गया था. परंतु 26 मई को वह गुमला से भागकर अपने गांव पतराटोली चला गया और 10 दिनों से गांव में ही था. गुरुवार की रात को युवक का सैंपल पॉजिटिव आया है. यहां सवाल यह है कि युवक गुमला से भागकर गांव गया. परंतु 10 दिनों तक प्रशासन बेखबर रही.

परिवार व पड़ोसी हुए होम कोरेंटिन

शुक्रवार की सुबह एसडीओ जीतेंद्र देव, डीएसपी प्राण रंजन, बीडीओ संध्या मुंडू, सीओ केके मुंडू, थानेदार शंकर ठाकुर सहित कई अधिकारी पतराटोली गांव पहुंचे. संक्रमित युवक के परिवार व पड़ोसियों को होम कोरेंटिन किया. वहीं कुछ लोगों का सैंपल भी लेने की तैयारी है. प्रशासन ने पतराटोली गांव की भौगोलिक बनावट को देखते हुए गांव को सील कर दिया है. पतराटोली गांव के बगल बगल एक दर्जन गांव है. बगल में घाघरा प्रखंड का गुनिया गांव भी सटता है. इस गांव से होकर लोगों का आवागमन होता है. इसलिए प्रशासन ने एहतियात के तौर पर गांव को सील कर दिया है. साथ ही लोगों को पूरी सावधानी बरतने की अपील की गयी है. ग्रामीणों से मास्क पहनकर रहने, बेवजह भीड़ नहीं लगाने व हर समय हाथ धोने की अपील की गयी है.

गांव में हड़िया-दारू की बिक्री पर लगायी रोक

मुखिया गौरी उरांव ने कहा कि पतराटोली गांव में संक्रमित मरीज मिलने के बाद सोशल डिस्टैंस के तहत बैठक हुई थी. इसमें गांव के प्रमुख लोग भाग लिये थे. बैठक में कोरोना संक्रमण से बचने पर चर्चा हुई है. जिसमें प्रमुखता से हड़िया व दारू के बिक्री पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया है. सभी को हिदायत दी गयी है कि किसी भी स्थिति में कहीं कोई भीड़ नहीं लगायेगा. ना ही कोई शराब व हड़िया बेचेगा. समाज सेवी सिकंदर मांझी ने कहा कि पतराटोली गांव को सील कर दिया गया है. हमलोग पूरी तरह एहतियात बरत रहे हैं. युवक गुमला से भागकर गांव आ गया था. परंतु अब हम सब को सावधानी बरतनी है. झुंड लगाकर जुआ खेलने व हड़िया-दारू बेचने वालों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.

युवक ने कहा था : मैं संक्रमित मिलूंगा तो प्रशासन खोजने आयेगा

संक्रमित युवक की बहन ने बताया कि मेरा भाई गुजरात से जब गांव आया तो उसे गांव में रहने से मना किया गया. पहले जांच कराने के लिए कहा गया था. इसलिए वह गांव के एक व्यक्ति का साइकिल लेकर गुमला अस्पताल जांच कराने गया था. सैंपल लेने के बाद उसे कोरेंटिन में रखा गया था. परंतु वह 26 मई को साइकिल पहुंचाने के नाम पर गांव आ गया. इसके बाद वापस नहीं गया. युवक ने अपनी बहन से कहा था कि अगर मैं संक्रमित मिलूंगा तो प्रशासन अपने खोजने आयेगा. बहन ने बताया कि गुमला से गांव आने के बाद 10 दिनों से वह पेड़ के नीचे रह रहा था. घर में नहीं घुसा था. शौच व स्नान के लिए गांव के नदी के किनारे जाता था.

Posted By: Amlesh Nandan Sinha

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