गुमला : गुमला जिले में पंचायत स्तर के बाद अब गांव स्तर पर भी प्रज्ञा केंद्र की सेवा शुरू होने वाली है. इस पर काम शुरू कर दिया गया है. गांव स्तर पर प्रज्ञा केंद्र की सेवा शुरू करने के लिए भारत सरकार ने महत्वाकांक्षी योजना बनायी है. इसका उद्देश्य गांव के लोगों को अपने ही गांव में बैंकिंग, जाति, आय, आवासीय व अन्य प्रमाण-पत्र बनाने, बाहर प्रदेश आने-जाने के लिए टिकट बुकिंग कराने सहित अन्य सेवा देना है. साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों के पढ़े-लिखे लोगों में कंप्यूटर का ज्ञान बढ़ाने एवं इंटरनेट से जोड़ना है.
बतातें चले कि गुमला जिला में कुल 159 पंचायत है, जिसमें से 157 पंचायतों में प्रज्ञा केंद्र संचालित है, परंतु अब पंचायत स्तर की जगह गांव स्तर पर एक प्रज्ञा केंद्र होगा. जिले की 159 पंचायतों में कुल 956 गांव है. इन सभी गांवों में एक-एक प्रज्ञा केंद्र संचालित करने की योजना है. ई डिस्टिक मैनेजर अमर हुडमारे ने बताया कि गांव स्तर पर प्रज्ञा केंद्र संचालित करने वाला व्यक्ति संबंधित गांव का ही होगा. प्रज्ञा केंद्र का संचालन पुरुष अथवा महिला (एसएचजी ग्रुप की महिला) दोनों वर्ग के लोग कर सकते हैं. पुरुष वर्ग को प्रज्ञा केंद्र संचालित करने को लेकर लाइसेंस बनवाने के लिए 1489 रुपये शुल्क देने होंगे.
वहीं एसएचजी ग्रुप की महिला को किसी प्रकार का शुल्क नहीं देना होगा. इसके अलावा प्रज्ञा केंद्र संचालित करने वाले इच्छुक लोगों को खुद से ही कंप्यूटर, प्रिंटर सहित अन्य सेटअप लगाना पड़ेगा. सेटअप लगाने के बाद उन्हें प्रशिक्षण दिया जायेगा, जिसमें प्रज्ञा केंद्र के माध्यम से दी जाने वाली सेवाओं के संबंध में विस्तार से जानकारी दी जायेगी, ताकि काम करने में किसी प्रकार की परेशानी न हो.
अब प्रज्ञा केंद्र से भी मिलेगा लोनई डिस्टिक मैनेजर अमर हुडमारे ने बताया कि प्रज्ञा केंद्र के माध्यम से होम लोन, कार लोन, बाइक लोन, ट्रैक्टर लोन, निजी लोन सहित अन्य विभिन्न प्रकार के लोन देने की योजना शुरू की जा रही है. लोन के लिए प्रज्ञा केंद्र में आवेदन करने के बाद एचडीएफसी बैंक के माध्यम से संबंधित आवेदनकर्ता को लोन मुहैया कराया जायेगा. श्री हुडमारे ने बताया कि पहले प्रज्ञा केंद्र से लोन की सुविधा नहीं थी, परंतु अब भारत सरकार ने आमलोगों को ध्यान में रखते हुए इस योजना को शुरू किया है.
Post by : Pritish Sahay