गौरव का पल: गुमला को मिला “प्रधानमंत्री अवार्ड”, झारखंड के इतिहास में पहली बार किसी जिले को मिला ये सम्मान

झारखंड के इतिहास में पहली बार लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री अवार्ड हेतु गुमला जिले को इस प्रतिष्ठित अवार्ड के लिए चुना गया. ये न सिर्फ गुमला जिले के लिए बल्कि पूरे झारखंड के लिए भी एक गौरव का दिन है

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 21, 2023 2:39 PM

दुर्जय पासवान, गुमला:

गुमला जिले को “होलिस्टिक डेवलपमेंट थ्रू एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम ओवरऑल प्रोग्रेस विथ स्पेशल फोकस ऑन सैचुरेशन” की श्रेणी में देश के सबसे प्रतिष्ठित अवार्ड “प्रधानमंत्री अवार्ड” से नवाजा गया. दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डीसी सुशांत गौरव को सम्मानित किया है. मौके पर गुमला में हुए कार्यों को वीडियो के माध्यम से दिखाया गया. बताते चलें कि प्रति वर्ष सिविल सर्विस डे के दिन पूरे देश में लोक प्रशासन की विभिन्न कोटियों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिलों, सरकारी विभागों व सार्वजनिक उपक्रमों को प्रधान मंत्री अवार्ड से नवाजा जाता है.

इस वर्ष झारखंड के इतिहास में पहली बार लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री अवार्ड हेतु गुमला जिले को इस प्रतिष्ठित अवार्ड के लिए चुना गया. ये न सिर्फ गुमला जिले के लिए बल्कि पूरे झारखंड के लिए भी एक गौरव का दिन है. कार्यक्रम के पश्चात देश के कैबिनेट सचिव की ओर से रात्रि भोज के आयोजन में उपायुक्त ने भी भाग लिया. रात्रि भोज कार्यक्रम में वे अपनी पत्नी के संग शामिल हुए. बता दें कि पिछले एक वर्ष के अपने कार्यकाल में ही उपायुक्त सुशांत गौरव के प्रयासों से कई बेहतरीन कार्यों को गुमला में धरातल पर उतारा गया है.

बीते दिनों जिले में हुए रागी मिशन को नयी ऊंचाई देना हो या एनीमिया उन्मूलन की दिशा में करना. हर क्षेत्र में गुमला ने बेहतर काम किया है. इसके अलावा टीबी मुक्त जिला की दिशा में प्रयास, दिव्यांगता पहचान एवं दिव्यांग कल्याण के लिए किये गए कार्य, पुस्तकालय क्रांति, खेल बैंक, शिक्षा क्षेत्र में अवसंरचनात्मक विकास, बांस शिल्पकारों का प्रशिक्षण एवं संवर्धन, टाना भगत समुदाय का बहुआयामी योजनाओं से आच्छादन,

जिला से लेकर पंचायतों तक खेलों को बढ़ावा देना, पंचायतों का डिजिटाइजेशन, महिला स्वयं सहायता समूहों को बहुद्देशीय कार्यों में लगाना, मत्स्य पालन को नए आयाम देना, कृषि क्षेत्र में नवाचारी उपायों को अपनाना आदि शामिल हैं.

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