सड़क पर बैठ कर दिया धरना, आधा घंटा बाधित रहा आवागमन
विभिन्न मांगों को लेकर झारखंड प्रदेश प्रतिज्ञा महिला एसोसिएशन ने पटेल चौक पर किया प्रदर्शन
गुमला.
गुमला जिला अंतर्गत विभिन्न प्रखंडों के विभिन्न गांवों में व्याप्त समस्याओं का समाधान करने, गुमला जिला को रेलवे लाइन से जोड़ने व सहारा इंडिया समेत विभिन्न ननबैंकिंग कंपनियों में आमजनों का जमा पैसा वापस दिलाने की मांग को लेकर झारखंड प्रदेश प्रतिज्ञा महिला एसोसिएशन गुमला जिला ने शुक्रवार को शहर के पटेल चौक पर धरना-प्रदर्शन किया. संघ के प्रदेश सचिव सह गुमला जिलाध्यक्ष देवकी देवी के नेतृत्व में विभिन्न गांवों के ग्रामीण पटेल चौक में छत्तीसगढ़ जाने वाले मार्ग को अवरुद्ध कर सड़क के बीच दर्री व चादर बिछा कर बैठ अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी की. इस दौरान लगभग आधे घंटे तक ग्रामीण बीच सड़क पर धरना प्रदर्शन पर बैठे रहे, जिससे आवागमन बाधित रहा. इसकी सूचना मिलने पर एसडीपीओ गुमला मौके पर पहुंच प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर धरना प्रदर्शन समाप्त करवाया. मौके पर देवकी देवी ने कहा कि सरकार व प्रशासन ग्रामीण क्षेत्रों और वहां निवास करने वाले लोगों के विकास का दावा करती है, परंतु ग्रामीण क्षेत्रों में हकीकत कुछ और है. उन्होंने कहा कि जिले में भ्रष्टाचार व कमीशनखोरी बढ़ती जा रही है. जो भी काम कराना है, तो उसके लिए कमीशन देना पड़ता है. सरकारी कार्यालय व्यवसायिक अड्डा बन गया है. इंदिरा आवास, अबुआ आवास, मनरेगा से कुआं, पशु शेड, जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने समेत कई ऐसे कार्य हैं, जिसके लिए कमीशन देना पड़ता है. गांवों में अनेकों प्रकार की समस्याएं हैं. उक्त समस्याओं से प्रखंड से लेकर जिला स्तर तक के अधिकारी को अवगत कराया गया है. एक बार नहीं, बल्कि अनेकों बार आवेदन दिया गया है. इसके बावजूद अब तक समस्याओं के समाधान की दिशा में पहल तक नहीं की गयी है. धरना के माध्यम से ग्रामीणों ने डुमरी प्रखंड के मिरचाइपाठ गांव से करनी तक सड़क बनाने, बिजली, पानी व चिकित्सीय सुविधा देने, सिरमी बेहराटोली-अंबाटोली के बीच चिडरा नदी पर पुल बनवाने, गुमला प्रखंड के छोटा अंबोवा सेमर मोड़ से महावीर मंदिर तक सड़क बनाने, सिरमी अंबाटोली से बेहराटोली होते हुए शंख नदी तक रोड बनाने, सिरमी बेहराटोली-सिंबारटोली के बीच शंख नदी पर पुल बनाने, गुमला प्रखंड के कुलबीर नदी पर पुल व सड़क बनाने, गुमला टोटो स्थित मां संतोषी मंदिर से मुरुमसोकरा तक पक्की सड़क बनाने, जिले के आदिम जनजाति गांवों में मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने समेत अन्य मांग की. धरना के बाद ग्रामीणों ने उपायुक्त को मांग पत्र सौंपा. मौके पर बसंत यादव, जिरवा यादव, बिगनाथ मुंडा, लौवा कोरवा, लच्छू मुंडा, दया यादव, अशोक, मुन्ना, सुखमति देवी, सरस्वती मुंडाइन, पूरन यादव, दिलमत मुंडा आदि शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है