VIDEO: गुमला में बोले राहुल गांधी- हेमंत सोरेन के साथ गलत हुआ
राहुल गांधी मंगलवार को गुमला जिले के कामडारा व बसिया प्रखंड पहुंचे. जगह-जगह पर उनका भव्य स्वागत किया गया. बसिया में प्रेस वार्ता के दौरान राहुल गांधी ने कहा: कल्पना सोरेन से जो बातें हुईं, उन्हें सार्वजनिक नहीं कर सकता. हालांकि, कल्पना सोरेन के पति हेमंत सोरेन के साथ जो हुआ है, वह गलत है.
‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी मंगलवार को गुमला जिले के कामडारा व बसिया प्रखंड पहुंचे. जगह-जगह पर उनका भव्य स्वागत किया गया. बसिया में प्रेस वार्ता के दौरान राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अदाणी, अंबानी, टाटा, बिरला पर जमकर निशाना साधा. कहा : कल्पना सोरेन से जो बातें हुईं, उन्हें सार्वजनिक नहीं कर सकता. हालांकि, कल्पना सोरेन के पति हेमंत सोरेन के साथ जो हुआ है, वह गलत है. मैं न्याय यात्रा के दौरान गरीबों से मिला, उनकी समस्याएं सुनीं. मैं झारखंड के कुछ मुद्दों पर मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन से बात करूंगा. झारखंड में जमीन और सरना कोड प्रमुख मुद्दा है. यदि यूपीए की सरकार बनी, तो सरना कोड लागू किया जायेगा. श्री गांधी ने कहा कि फिलहाल झारखंड में ट्राइबल फ्रेंडली और गरीबों की सरकार है. भाजपा के समय एंटी ट्राइबल सरकार थी. राहुल गांधी ने कहा : देश के शीर्ष 200 कंपनियों में ओबीसी मालिक नहीं है. अदाणी, अंबानी, टाटा और बिरला का नाम आपने जरूर सुना होगा. लेकिन, कहीं ओबीसी का नहीं सुना होगा. आदिवासी और दलित का भी नाम नहीं सुना होगा. प्रधानमंत्री खुद को ओबीसी कहते हैं, लेकिन बाद में वे कंफ्यूज होकर कहने लगे कि देश में दो जातियां हैं, पहली अमीर और दूसरी गरीब. पहले तो पीएम को यह तय करना होगा कि देश में जाति है या नहीं. देश में 50 प्रतिशत ओबीसी, 15 प्रतिशत दलित और आठ प्रतिशत आदिवासी हैं. जनता चाहती है कि जाति जनगणना हो. अगर हम किसी को भागीदारी देना चाहते हैं, तो उनकी गिनती होनी चाहिए. देश के प्रधानमंत्री जाति जनगणना से नहीं भागें. वर्ष 2011 में हमने जो सर्वे कराया था, प्रधानमंत्री उसे देश की जनता के सामने रख दें. राहुल गांधी ने कहा : केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है. पूरे देश में इडी, सीबीआइ, इनकम टैक्स विपक्ष पर हमला कर रहे हैं. झारखंड में सरकार गिराने की कोशिश की गयी. लेकिन, झारखंड में हमने सरकार को गिरने से बचा लिया. हम लड़ते रहेंगे. परंतु, यह सच्चाई है कि चुनाव आयोग हो, कोई एजेंसी हो, ब्यूरोक्रेसी हो या पुलिस हो, इन सब का देश में गलत उपयोग हो रहा है.