झारखंड: रायडीह के मांदर को मिलेगा जीआई टैग, देशभर में मिलेगी पहचान
गांव के मांदर बनाने वाले गुलाब घासी, विरसाय घासी, चुनू घासी, रंजित घासी, लालू घासी, बलदेव घासी ने उपायुक्त सुशांत गौरव को मांदर बनाने की पूरी प्रक्रिया करके दिखाया व बताया कि हम सभी अपने-अपने घरों से पूंजी लगाकर मांदर बनाते हैं. बाजार, मेला या त्योहारों में इसे बेचते हैं.
रायडीह, (गुमला), खुर्शीद आलम: गुमला जिले के रायडीह प्रखंड स्थित जरजटटा गांव के मांदर को जीआई टैग मिलेगा. जिससे गुमला के मांदर की पहचान पूरे देश में हो. साथ ही पूरे देश में गुमला के मांदर की बिक्री हो. उपायुक्त सुशांत गौरव सोमवार को जरजट्टा गांव का भ्रमण किया. जहां उन्होंने लोगों से रूबरू होते हुए लोगों का हालचाल जाना. जरजट्टा गांव में बनने वाले मांदर का मुआयना करते हुए मांदर बनाने की प्रक्रिया समझी. मांदर बनाकर बेचने व उससे होने वाले लाभ की जानकारी ली.
डीसी ने मांदर बनाने की प्रक्रिया समझी
गांव के मांदर बनाने वाले गुलाब घासी, विरसाय घासी, चुनू घासी, रंजित घासी, लालू घासी, बलदेव घासी ने उपायुक्त सुशांत गौरव को मांदर बनाने की पूरी प्रक्रिया करके दिखाया व बताया कि हम सभी अपने-अपने घरों से पूंजी लगाकर मांदर बनाते हैं. बाजार, मेला या त्योहारों में इसे बेचते हैं. इससे हमारी जीविका चलती है. उपायुक्त सुशांत गौरव ने कहा कि जरजट्टा गांव के मांदर को पूरे देश में एक अलग पहचान दिलाने का कार्य शुरू कर दिया गया है. इस मांदर को जीआई टैग लगवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. जिससे इस मांदर की पहचान पूरे देश में बनेगी और हमारा प्रखंड रायडीह व जिला गुमला को मांदर के नाम से भी जाना जायेगा.
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गांव में बनेगा केंद्र
डीसी ने कहा कि गांव में एक केंद्र भी बनेगा. जहां गांव के लोग सामूहिक रूप से समूह बनाकर मांदर बनाने का कार्य करेंगे. आसानी से अपने हाथों से बना मांदर को बेच पायेंगे और अपनी आमदनी बढ़ा पायेंगे. केंद्र बनाने के लिए जमीन की भी सत्यापन कर लिया गया है. बीडीओ अमित कुमार मिश्रा को आगे का कार्य का निर्देश दिया गया. मौके पर बीडीओ अमित कुमार मिश्रा, मुखिया मार्था एक्का, मेषपाल एक्का, बलदेव घासी, चुनु घासी, रंजित घासी, लाले घासी, गुलाब घासी, विरसाय घासी सहित गांव के लोग मौजूद थे.