Ranchi Violence: एआईएमआईएम (AIMIM) के जिलाध्यक्ष आरिफ नैयर की अध्यक्षता में मजलिस की एक बैठक गुमला जिले की आजाद बस्ती में आयोजित की गई. इसमें झारखंड की राजधानी रांची के मेन रोड में 10 जून को हुई घटना की निंदा की गई. अध्यक्ष आरिफ नैयर ने कहा कि कोई भी विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण व संवैधानिक तरीके से होना चाहिए. इन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस के बर्बरतापूर्ण रवैये के कारण रांची में दो मासूमों की जान चली गई. कई लोग घायल हैं. मृतकों के परिजनों को 1-1 करोड़ मुआवजा व नौकरी तथा घायलों को 50-50 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की.
मृतकों के परिजनों को 1-1 करोड़ मुआवजा व नौकरी
एआईएमआईएम के गुमला जिलाध्यक्ष आरिफ नैयर ने कहा कि रांची पुलिस को सबसे पहले पानी की बौछार करनी चाहिए थी. आंसू गैस के गोले या रबर की गोलियों का प्रयोग करना चाहिए था, लेकिन पुलिस ने सीधे भीड़ को निशाना बनाते हुए अंधाधुंध फायरिंग कर दी. इससे दो युवाओं की जान चली गई. उन्होंने कहा कि पुलिस की यह कार्रवाई समझ से परे है. उन्होंने कहा कि मृतकों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए और सभी घायलों को 50-50 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए. इसके साथ ही मृतकों के आश्रितों को नौकरी सरकार द्वारा मुहैया करायी जाए. उन्होंने स्पष्ट किया कि यह हेमंत सोरेन सरकार की विफलता है.
दोषियों पर हो कार्रवाई
पार्टी के जिला उपाध्यक्ष आजाद खान ने बताया कि एआईएमआईएम की ओर से मृतक के परिजनों को एक-एक लाख रुपये दिए गए. उन्होंने कहा कि मृतक के आश्रितों के साथ दुख की इस घड़ी में पार्टी खड़ी है. उन्होंने मांग की है कि दोषियों पर कार्रवाई हो. विशेष कर वैसे पुलिसकर्मी, जिन्होंने फायरिंग की है, उन पर कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए. मौके पर मजलिस के जिला उपाध्यक्ष मुनव्वर खान, जिला सचिव मोहम्मद दानिश मीडिया संयोजक आसिफ अलीम, मोहम्मद जैद, मोहम्मद अतीक आदि शामिल थे.
Prabhat Khabar App: देश-दुनिया, बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस अपडेट, क्रिकेट की ताजा खबरें पढे़ं यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए प्रभात खबर ऐप.
FOLLOW US ON SOCIAL MEDIA
Facebook
Twitter
Instagram
YOUTUBE
रिपोर्ट : दुर्जय पासवान, गुमला