महाप्रभु जगन्नाथ मौसी से विदा लेकर बारिश में भींगते हुए पहुंचे देवालय, श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़

मौसीबाड़ी में नौ दिन रहने के बाद महाप्रभु जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन शुभद्रा के साथ श्रीमंदिर पहुंचे. रविवार को बारिश के बावजूद श्रद्धालु महाप्रभु का रथ खींचने को आतुर दिखे. घूरती रथ के साथ ही दस दिनों से चल रहा रथ मेला खत्म हो गया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 10, 2022 7:44 PM

Rath Yatra 2022: गुमला जिले के सभी 12 प्रखंडों में रविवार को घुरती रथ यात्रा मेला लगा. मौसम खराब था. बारिश हो रही थी. इसके बाद भी श्रद्धालु मेला पहुंचे. भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र एवं बहन सुभद्रा की पूजा अर्चना की. श्रद्धा से पूजा करने के बाद मेला घूमे. लोगों ने मिठाई खरीदी. बच्चों ने खूब मनोरंजन किया. वहीं, मौसी से जब महाप्रभु अपने भाई एवं बहन के साथ विदा लेने लगे तो बारिश शुरू हो गयी. बारिश में भींगते हुए महाप्रभु मौसी से विदा लेकर देवालय पहुंचे. रथ खींचने के लिए लोगों की भीड़ लग गयी. इस दौरान महाप्रभु के जयकारे से पूरा वातावरण गूंज उठा.

सिसई : घूरती रथ यात्रा के साथ मेला संपन्न

सिसई प्रखंड में नौ दिनों के विश्राम के बाद महाप्रभु जगन्नाथ स्वामी अपनी बहन सुभद्रा एवं भाई बलभद्र के साथ मौसीबाड़ी से अपने घर वापस लौट आये. इसी के साथ ही नागफेनी गांव में रविवार को घुरती रथ यात्रा एवं मेला संपन्न हुआ. हालांकि, अतिक्रमण के कारण रास्ता संकीर्ण से रथ को मौसीबाड़ी तक नहीं ले जाया गया था. अस्थायी मौसी बाड़ी बनाकर महाप्रभु को रखा गया था. वहीं से निकलकर रथ में बिठाया गया. इस दौरान सैकड़ों श्रद्धालुओं ने रथ को खींचकर मंदिर तक पहुंचाया.

Also Read: महाप्रभु जगन्नाथ की रथयात्रा में श्रद्धालुओं का सैलाब

भरनो : मेला में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी

भरनो प्रखंड के समसेरा स्थित चंदागढ़, करौंदाजोर और करंज में घुरती रथ मेला का आयोजन किया गया. जगन्नाथ मंदिरों में रथयात्रा को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही. श्रद्धालुओं ने भगवान जगरनाथ महाप्रभु, भाई बलभद्र एवं बहन सुभद्रा की पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना किया. बारिश के बावजूद लोगों ने मेले में जमकर लुफ्त उठाया. वहीं श्रद्धालुओं ने रथ खींचकर भगवान जगरनाथ को देवालय पहुंचाया. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर करंज थानेदार आशीष भारती और भरनो थानेदार कृष्ण कुमार तिवारी रथयात्रा में जमे रहे.


रिपोर्ट : दुर्जय पासवान, गुमला.

Next Article

Exit mobile version